कुछ लोगों के पास हमेशा से एक दिव्यय (god blessings) कृपा होती है। जिससे उसके पास सकारात्मक वातावरण होता है । यह लोग काफी निर्भय(without afraid) होकर अपना काम करते हैं और आत्मविश्वास (self-confidence) से भरपूर रहते हैं । पुनर्जन्म के बाद (after rebirth) व्यक्ति को ज्ञात नहीं होता कि वे पहले कौन से लोक में थे । गरुड़ पुराण (Garur Purana) में लिखित है कि व्यक्ति (person)जब धरती(earth) पर पुनर्जन्म लेकर आता है तो स्वर्ग में अपने सत्कर्मों (good karmas) के कारण पृथ्वी में दोबारा जन्म मिलता है। और उन पर विशेष कुछ गुड(special qualities) होते हैं, जिससे औरों को इस बात का ज्ञान होता है कि वे कौन से लोक से हैं । गरुड़ पुराण इंसान का जन्म लेना और एक समय बाद अपना देह(body) त्याग करके यमलोक जाना । इन सब बातों के बारे में जानकारी देता है । आत्मा का मोक्ष मिलना जरूरी है ,उसके बाद ही उस आत्मा को नया शरीर मिलता है। अच्छे-बुरे कर्मों के मुताबिक आत्मा को स्वर्ग लोक नरक लोक में लेकर जाया जाता है ।वहां की अवधि (time period) समाप्त होने के बाद ही वे धरती पर पुनर जन्म लेते हैं। यह सत्य बात है कि नया जन्म लेने के बाद व्यक्ति को याद नहीं रहता कि वह पहले किस लोक में थे । आइए जानते हैंहैं, न दोनों के बारे में जिन से अंदाजा लगाया जा सकता है की वे स्वर्ग लोक से आये-
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