हमें हमारे भारतीय समाज में कई ग्रंथों, वेद और पुराणों का वर्णन सुनने को मिलता है। जैसे
रामायण, महाभारत, ऋग्वेद सामवेद, अथर्ववेद,यजुर्वेद और गरुड़ पुराण इत्यादि जैसी कई धार्मिक पुस्तकों के बारे में हमने सुना है तथा इन धार्मिक पुस्तकों में हमें जीवन जीने के बारे में कई बातें सीखने को मिलती है। जैसे रामायण से हमें सीखने को मिलता है कि अच्छाई की हमेशा जीत होती है और बुराई हमेशा आती है तथा धैर्य बनाकर चलना चाहिए। तथा साथ में इन बातों को जीवन में उतारने का उपदेश दिया जाता है। परंतु हम मनुष्य को यह बातें सुनने में तो बहुत अच्छी लगती हैं परंतु हम इसे जीवन में नहीं उतारते और ना ही नियमों या उपदेशों का पालन करते हैं। कुछ विद्वानों का यह मानना है कि यदि हम शास्त्रों में लिखें उपदेशों, सिद्धांतों और नियमों को समझने का प्रयास करें और किसी अपने जीवन में उतारे तो यह हमें अपने जीवन में कई समस्याओं से बचा सकती है। तथा गरुड़ पुराण भी एक ऐसा ही पुराण है जिसमें जीवन को अच्छी तरह से जीने से लेकर मृत्यु तक के सफर में सभी बातों का वर्णन किया गया। तथा इसके पीछे यह मान्यता है कि भगवान विष्णु ने यह बातें अपने वाहक गरुड़ से कही थी। तो आज हम उन 6 आदतों के बारे में वर्णन करेंगे जो गरुड़ पुराण के आचारकांड में बताई गई है। यह कुछ ऐसी आदते हैं जिनके कारण सेक्सी स्वयं के जीवन में दुख भर लेता है।
जीवन के संकटों से बचने हेतु जाने अपने ग्रहों की चाल, देखें जन्म कुंडली