प्रत्येक माह में दो चतुर्थी आती होती हैं। जिसमें से एक चतुर्थी शुक्ल पक्ष और दूसरे चतुर्थी कृष्ण पक्ष में एक माह में आती हैं। तथा इस तरह पूरे वर्ष में कुल 24 चतुर्थी होती हैं। तथा प्रत्येक 3 वर्ष बाद अधिमास को मिलाकर 26 चतुर्थी होती हैं। तथा इन सभी चतुर्थी का अपना अलग-अलग महत्व होता है। तथा इन्हें अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं और पूर्णिमा के बाद कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। तथा हमारे देश में गणेश चतुर्थी का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है गणेश चतुर्थी की अवधि में लोग दिनेश जी की मूर्ति की स्थापना करते हैं और 11 दिन उनकी पूजा और आरती करते हैं। तथा उनकी आरती में विशेष प्रकार के व्यंजन और कई प्रकार की चीजों को अर्पित करते हैं। तथा 11 दिन के पाद गणेश जी का विसर्जन भी बड़ी धूमधाम से किया जाता है। परंतु यदि आपको गणेश जी की पूजा से लाभ प्राप्त करना है तो इन 5 चीजों का कभी भी उनकी पूजा में उपयोग ना करें। तो आइए जाने की आप को गणेश जी की पूजा में किन पांच वस्तुओं को अर्पित नहीं करना।
सर्वपितृ अमावस्या को गया में अर्पित करें अपने समस्त पितरों को तर्पण, होंगे सभी पूर्वज एक साथ प्रसन्न -6 अक्टूबर 2021