ज्ञान, विवेक, बुद्धि के देवता मानें जानें वाले भगवान गणेश के जन्म की कथा बहुत ही रोचक हैं। किसी भी मांगलिक कार्य का शुभारंभ भगवान गणेश के ही पूजन से होता हैं। आपको बता दें की इस वर्ष गणेश चतुर्थी का मुहूर्त 10 सितंबर को हैं। गौरतलब हैं कि इनके जन्म से सबंधित अनेक प्रकार की कहानियां प्रचलित हैं , उन्हीं में से एक कथा का जिक्र होता हैं शिव पुराण में। शिव पुराण की कथा के अनुसार भगवान विनायक का मुख आरंभ से ही हाथी के मुख जैसा नहीं था। शिव पुराण में ऐसा बताया गया हैं कि एक बार माता पार्वती ने अपने शरीर पर हल्दी का लेप लगाया तथा इसके पश्चात जब माता पार्वती अपने शरीर से वो हल्दी का उबटन हटाने लगीं तो ,उन्होंने इस उबटन से एक पुतले का निर्माण किया ,फिर अपनी शक्तियों से इस पुतले में प्राण डाल दिए , ऐसी मान्यता हैं कि इसी बालक को भगवान गणेश के नाम से जाना जानें लगा। माता पार्वती को गणेश बहुत ही प्यारा था , और भगवान गणेश भी अपनी माता के हर आदेश को बिना किसी प्रश्न के पूरा करतें थें। ऐसा कहा जाता हैं कि भगवान गणेश को मोदक अति प्रिय हैं ,तभी भगवान विनायक को मोदक का ही भोग लगाया जाता हैं। आपको बता दें कि इस वर्ष गणेश चतुर्थी 10 सितंबर को मनाया जाएगा। आइए इस लेख के माध्यम से जानतें हैं कि भगवान गणेश के विषय में कुछ रोचक तथ्य :
किसी भी शुभ कार्य को करने से पूर्व बात कीजिए ज्योतिषी से