dreams and their meanings
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आप सभी को इस चीज का तो जरूर ज्ञात होगा कि व्यक्ति अक्सर ही सपने देखा करता है व कभी - कभी वे उन सपनों को जीया भी करता है । दरअसल हर व्यक्ति ही अपने सपनों की दुनिया में ही जी रहा होता है जैसे कि : - काश उसके जीवन की सभी अधूरी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाए , वे एक बहुत बड़ा आदमी बने , उसे कभी भी अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना न करना पड़े और इत्यादि । सामान्य रूप से ये हर व्यक्ति की उसके जीवन के प्रति इच्छा होती है । आमतौर पर व्यक्ति खुली आंखों से सपने देखता है । लेकिन शास्त्रों द्वारा यह बताया जाता है कि सपने वही पूर्ण होते हैं जिन्हें व्यक्ति सोते समय देखा करता है । शास्त्रों द्वारा ऐसा बताया जाता है कि व्यक्ति सोते समय जिन चीजें को अपने सपनों में देखा करता है वे कहीं ना कहीं उसके भविष्य से जुड़ी होती हैं । व्यक्ति द्वारा देखे गए सपनों की कोई रेखा नहीं होती , सपनों पर कोई कंट्रोल नहीं होता क्योंकि सपने में व्यक्ति अपने आप को अलग - अलग परिस्थितियों में देखा करता है । स्वप्न शास्त्रों द्वारा ऐसा बतलाया जाता है कि व्यक्ति द्वारा देखे गए सपने उसके भविष्य का एक आईना होता है जिसके जरिए यह पता लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में उसके साथ और उसके प्रियजनों के साथ क्या घटना होनी वाली है । भारत कि संस्कृति में मूल रूप से स्वप्न शास्त्र में व्यक्ति द्वारा देखे गए हर सपने का बारीकी से अध्ययन किया गया है । जिसमें व्यक्ति द्वारा देखे गए हर अच्छे या बुरे सपने का अर्थ उसके अंदर लिखे गए ज्ञान को समझ कर पता लगाया जा सकता है ।
स्वप्न शास्त्र में ऐसे चार सपनों का जिक्र किया गया है । जो कि व्यक्ति के जीवन में काफी शुभ परिणाम को लेकर आता है व साथ ही साथ व्यक्ति के निकट भविष्य में उसे कितना धन लाभ होने वाला है उससे जुड़े संकेतों को भी बताता है ।
आइए अब जानते हैं कि कौन से होते हैं वे सपने : -