चाणक्य नीति के अनुसार ऐसी स्त्री से शादी करनी चाहिए जो हमारे जीवन सफल बनाने में सहायक हो। हर व्यक्ति की तम्मना रहतीं हैं की उसे ऐसा जीवन साथी मिले जो हर परिस्तिथि में उसके साथ कदम से कदम मिला कर चलें , उनकी जिंदगी में परस्पर प्रेम बना रहें तथा जीवन में आगे बढ़ने के साथ साथ उनका एक दूसरे के प्रति विश्वास भी गहरा होता जाए। अब समय बदल गया हैं , वो एक बीता हुआ दौर था जब केवल घरवालों की सहमति से विवाह तय होते थे , आज के समय में लड़की तथा लड़के के और उनके परिवार जन के सर्वसहमति से ही रिश्ते जुड़ते हैं। चाहे लड़का हो या लड़की दोनों की अपने साथी को लेकर अलग-अलग विचार होते हैं और जो उनकी उम्मीदों पर खरा उतरता है उसे वो अपना जीवनसाथी चुनते हैं। शादी को लेकर लड़के आजकल ज्यादा चिंतित होते हैं और यह विचार करते रहते हैं कि किस तरह की लड़की से शादी करनी चाहिए। जिस लड़की से उनकी शादी होगी क्या वह लड़की इनके साथ अपना जीवन निभाएगी या नहीं और अपने आने वाले भविष्य के जीवन को लेकर चिंतित रहते हैं। इस तरह की बातें विवाह होने तक और आगे आने वाली जीवन में लड़कों को परेशान करती रहते हैं। महान विद्वान चाणक्य ने अपनी नीतिओं में इस दुविधा का भी हल दिया हैं , उन्होंने यह स्पष्ट किया हैं कि एक सुखद वैवाहिक जीवन के लिए किस गुण से युक्त स्त्री का चयन करना चाहिए। आइए देखतें हैं कि जीवनसाथी के चयन से सबंधी दुविधा का क्या हल दिया गया हैं चाणक्य नीति में :
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