चार दिसम्बर को हुए 2021 के आख़री सूर्य ग्रहण के पश्चात् कुछ ग्रहों की चाल परिवर्तित होने वाली है। ग्रहों का परिवर्तन शुभ समाचार भी लेकर आएगा। दिसम्बर के पहले
सप्ताह से ही शुरू ग्रह परिवर्तनों से सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा, सूर्य, बुध तथा केतु ग्रह वृश्चिक राशि में थे। सूर्य ग्रहण के बाद बीती 10 तारीख़ को बुध ग्रह के धनु राशि में प्रवेश करते ही अब गुरुवार यानी कि 16 दिसम्बर को सूर्य अपनी मित्र राशि धनु में गोचर होंगे और तब बुधादित्य योग बनेगा।
ज्योतिष के अनुसार, एक ही राशि में बुध और सूर्य की युति से बुधादित्य योग बनता है। 16 से 29 दिसम्बर तक होने वाले इस योग का शुभारम्भ पंचाँग के अनुसार दिसम्बर की 16 तारीख़ की सुबह तीन बजकर 28 मिनट से होगा। इसके पश्चात् मकर संक्रान्ति के दिन सूर्य का गोचर मकर राशि में होगा। बुधादित्य योग को बेहद ही शुभ परिणाम देने वाला माना जाता है। इस युति का प्रभाव वैसे तो सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन मेष, मिथुन,
कर्क और सिंह राशि वाले जातकों के लिए यह योग बेहद ही शुभ होने वाला है। इस दौरान सूर्य तथा गणेश जी के पूजन से अत्यधिक लाभ होता है और नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
आइए जानते हैं सभी राशियों के लिए बुधादित्य योग का परिणाम-
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है