पशु पक्षि की अपनी महत्व है। यह हमारे जीवन पर भी गहरा असर डालता हैं। और साथ ही हमारे ज्योतिष शास्त्र इसका उल्लेख भी किया गया आप पहले बढ़े बुजुर्ग को यह कहते जरूर सुनें होंगे जब भी आपके आंगन या आसपास कौओं बैठकर बोलने वाला
कौआ आपको न सिर्फ घर में आने वाले मेहमान की सूचना देता बल्कि अपनी दूसरी गतिविधियों के जरिए जीवन से जुड़ी तमाम तरह की होनी-अनहोनी का भी संकेत देता है, कहा जाता है कि कौवा एक ऐसा प्राणी है जिसमें एक प्रकार की अद्भुत शक्ति होती है। जीवन में अच्छे या बुरे की जानकारी कौवे को पहले से हो जाती है। पंडित जगदीश शर्मा बताते है कि शकुनशास्त्र में भी कौओं से जुड़ी कुछ बातों का उल्लेख किया गया है। कौए के इस तरह के व्यवहार को शुभ और अशुभ शगुन के रूप में जाना जाता है। शकुनशास्त्र में भी कौओं से जुड़ी कुछ बातों का उल्लेख किया गया है। अगर घर की छत पर दोपहर से पहले कौए का स्वर पूर्व या उत्तर दिशा से सुनाई दे तो यह संकेत है दिन लाभप्रद रहेगा।ज्योतिष में सिर्फ पंचांग से ही नहीं बल्कि पक्षियों से जुड़े शकुन के माध्यम से भी शुभ–अशुभ समय की जानने की परंपरा रही है. शकुन शास्त्र की मदद से आप कौऐ के बैठने, मंडराने, देखने और बोलने की मदद से पहचान सकते हैं कि आने वाले समय में आपके साथ क्या अच्छा या क्या बुरा घट सकता है.
सर्वपितृ अमावस्या को गया में अर्पित करें अपने समस्त पितरों को तर्पण, होंगे सभी पूर्वज एक साथ प्रसन्न -6 अक्टूबर 2021