पढ़ाई के बाद लोगों को समझ नहीं आता कि उन्हें आगे क्या करना चाहिए नौकरी करें या व्यापार जिसमें उन्हें सफलता मिले , अगर आपकी भी यही समस्या है तो यह लेख आपके लिए ही है अगर आप भी जानना चाहते हैं तो अपनें सामने अपनी कुंडली लेकर बैठे और खुद जानें , कुंडली के अनुसार आप अपनी दिशा का चयन कर सकते हैं , अगर आप निम्नलिखित ग्रहों के आधार पर अपना करियर की शुरुवात करते हैं तो आपके सफल होने की संभावना काफ़ी हद तक बढ़ जाती हैं
कुंडली में नौकरी या व्यापार को दशम भाव से देखा जाता है , दशम भाव के स्वामी को कर्मेश , दशमेश या कार्येश कहा जाता है , और सप्तम भाव साझेदारी का होता हैं अगर इसने मित्र ग्रह हो तो पार्टनरशिप से लाभ मिलता है वही दूसरी ओर शत्रु ग्रह हो तो पार्टनरशिप से नुकसान ,, इस भाव में गजकेशरी और अमल कीर्ति योग हो तो अपार धन की प्राप्ति और सम्मान प्राप्त होता है दशमेश के बली होने पर जीविका में वृद्धि वही दशमेश के निर्बल होने पर हानि हो सकती हैं धनेश और लाभेश का परस्पर संबंध धन योग का निर्माण करती हैं दशम भाव का कारक यदि उसी भाव में स्थित हैं अथवा दशम भाव को देख रहा हो तो जातक को आजीविका कि कोई ना कोइ साधन अवश्य मिल जाता हैं
इस पितृ पक्ष गया में कराएं श्राद्ध पूजा, मिलेगी पितृ दोषों से मुक्ति : 20 सितम्बर - 6 अक्टूबर 2021