इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण 19 नवंबर को होगा। इसकी अवधि 3.28 मिनट 24 सेकंड की हैं। भारत में केवल पूर्वोत्तर हिस्सों जैसे अरुणाचल, असम आदि सुदूर क्षेत्रों में ही दिखाई देगा। विदेशों में यह अमेरिका, अफ्रीका, यूरोप, आस्ट्रेलिया आदि में दिखेगा। भारतीय समयानुसार इसका समय दोपहर 12.48 से शाम 4.17 बजे तक रहेगा। इसके पूर्व 26 मई को
चंद्रग्रहण था, जिसकी अवधि केवल 3 घंटे 8 मिनट थी। भारत में दिखाई देने वाला अगला चंद्रग्रहण 16 मई 2022 को होगा, जबकि पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को दिखेगा। इसका सूतक भारत में मान्य नहीं रहेगा। सूतक सिर्फ वहीं रहेगा, जहां यह दिखाई देगा। यह वृषभ राशि में लगेगा। वृषभ में राहू का गोचर बना हुआ है। इस ग्रहण का सर्वाधिक असर इसी राशि पर रहेगा। इस दिन कार्तिक पूर्णिमा भी रहेगी। जहां ग्रहण का सूतक नहीं लगेगा, उन स्थानों पर पूर्णिमा के धार्मिक आयोजन किए जा सकेंगे। मंदिर भी खुले रहेंगे। राशियों पर असर वहीं होगा जहां यह दिखाई देगा।
चंद्रग्रहण कैसा लगता है
विज्ञान के अनुसार चंद्रग्रहण तब होता है जब पूर्णिमा तिथि में सूर्य और चंद्रमा के मध्य पृथ्वी आती है। इससे उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ने लगती है, जिससे
चंद्रमा का छाया वाले भाग पर अंधेरा छा जाता है। जब चांद को देखते हैं तो वह भाग काला दिखता है।
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