13 सितंबर 2021 से
भादपद्र मास में 16 दिनों का महालक्ष्मी व्रत शुरु हो चुका है इस व्रत की काफी मान्यता है इस खास दिन धन और वैभव सुख सम्पत्ति की देवी महालक्ष्मी जी का व्रत विधि और विधान से की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन विधिपूर्वक माता लक्ष्मी का पूजन हर दुखों से मुक्त करती है साथ ही सभी मनवांछित फल को प्रदान करती है जैसा की आप लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि किसी भी पूजा को करने के लिए मंत्र उच्चारण, चालीसा पाठ पूजन सामाग्री इत्यादि ज़रुरी है। आमतौर पर
महालक्ष्मी व्रत 16 दिनों तक चलता है लेकिन किसी के लिए भी महालक्ष्मी के इस व्रत को 16 दिनों तक रख पाना संभव नहीं होता है। ऐसे में व्यक्ति पहले दिन, आठवें दिन और अंतिम दिन महालक्ष्मी व्रत रख सकता है। इस व्रत को करने से धन-संपदा, समृद्धि, ऐश्वर्य, संतान आदि की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से नौकरी या व्यापारी में भी तरक्की हासिल की जा सकती है। ठीक उसी प्रकार इस व्रत को करने के लिए खास मंत्र उच्चारण है जिसका उच्चारण करने से यह व्रत सफल होता है यह 16 दिवसीय महालक्ष्मी जी का व्रत हैं जो मंगलवार 28 सितम्बर तक चलेगी इस पूजा का एक खास महत्त्व है। जो हिंदू धर्म में बहुत ही विधिवत मनाया जाता है इस व्रत को करना थोडा कठिन माना जाता है इस दिन घर में साफ़ सफाई जरूर करें इससे महालक्ष्मी प्रसन्न होती है।
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