बृहस्पति देव देवताओं के गुरु हैं और नवग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह भी गुरु अर्थात् बृहस्पति ही है। गुरु ग्रह ने 12 साल बाद सभी राशियों में भ्रमण कर 20 नवम्बर, 2021 को प्रातः 11 बजकर 23 मिनट को कुम्भ राशि में प्रवेश किया है। गुरु ग्रह धनु और मीन राशि का स्वामी है, इसकी उच्च राशि कर्क तथा नीच राशि मकर है। अभी तक गुरु अपनी नीच राशि मकर में गोचर कर रहे थे। गुरु ग्रह 13 अप्रैल, 2022 तक कुम्भ राशि में गोचर रहेंगे। यह गोचर मौसम को सर्वाधिक प्रभावित करेगा। गुरु के कुम्भ राशि में
गोचर होने से इस बार ठंड अधिक पड़ेगी। जिस कारण अधिक कोहरा, बर्फबारी, तूफान तथा प्राकृतिक आपदाओं हेतु सचेत रहना होगा।
कुम्भ राशि में गुरु ग्रह के गोचर के कारण सभी 12
राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। आइए जानते हैं कि आपकी राशि में क्या प्रभाव डालेगा गुरु ग्रह का गोचर…
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