1. वृषभ : वृषभ राशि के लिए बुध दूसरे व पांचवें भाव का स्वामी है, जो ऋण, शत्रु और दैनिक मजदूरी के छठे भाव में गोचर करने जा रहा है। मतलब यह समय ठीक नहीं रहेगा परंतु जब बुध आपके विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव में गोचर करेगा तब समय ठीक होने लगेगा। सूर्य आपकी राशि के चतुर्थ भाव का स्वामी होकर सप्तम भाव में गोचर करेगा। सप्तम भाव में सूर्य नीच का माना जाता है। हालांकि इस दौरान वह वृश्चिक में रहेगा। फिर भी साझेदारी के काम और दांपत्य जीवन को यह प्रभावित करेगा। 20 नवंबर को बृहस्पति का गोचर दशम भाव में होने से कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव की स्थिति हो सकती है।
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