गणेश चतुर्थी के दिन गणपति की आशीर्वाद मुद्रा वाली प्रतिमा या फोटो के सामने बैठकर उनका विधि-विधान से पूजा करें और पूजा में नीचे दिये गये पत्तों को मंत्रों के साथ चढ़ाएं. गणपति के 21 नाम वालें मंत्रों और 21 पेड़ों के पत्तों को अर्पित करने पर निश्चित रूप से उनकी कृपा प्राप्त होती है और साधक का कल्याण होता है.
श्री गणेश नाम वृक्षों के नाम
ॐ सुमुखाय नमः शमी पत्र
ॐ गणाधीशाय नमः भृंगराज पत्र
ॐ उमापुत्राय नमः बेल पत्र
ॐ गजामुखाय नमः दूर्वापत्र
ॐ लम्बोदराय नमः बेर का पत्र
ॐ हर पुत्राय नमः धतूरे का पत्र
ॐ शूर्पकर्णाय नमः तुलसी के पत्र
ॐ वक्रतुण्डाय नमः सेम का पत्र
ॐ गुहाग्रजाय नमः अपामार्ग पत्र
ॐ एकदंताय नमः भटकटैया पत्र
ॐ हेरम्बाय नमः सिंदूर पत्र
ॐ चतुर्होंत्रे नमः तेज पत्र
ॐ सर्वेश्वराय नमः अगस्त पत्र
ॐ विकटाय नमः कनेर पत्र
ॐ हेमतुण्डाय नमः केला पत्र
ॐ विनायकायनमः आक पत्र
ॐ कपिलाय नमः अर्जन पत्र
ॐ वटवे नमः देवरारू पत्र
ॐ भालचंद्रय नमः महुये के पत्र
ॐ सुराग्रजाय नमः गांधारी पत्र
ॐ सिद्धि विनायक नमः केतकी पत्र
इस पितृ पक्ष, 15 दिवसीय शक्ति समय में गया में अर्पित करें नित्य तर्पण, पितरों के आशीर्वाद से बदलेगी किस्मत : 20 सितम्बर - 6 अक्टूबर 2021