- भगवान शालिग्राम का पूजा अत्यंत ही लाभदायक होता है और तुलसी जी का विवाह शालिग्राम से देवउठनी एकादशी के दिन किया जाता है | तुलसी विवाह घर में करने से भगवान विष्णु , माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है | तुलसी विवाह के दिन घर के मंदिर में शालिग्राम भगवान की मूर्ति या चित्र स्थापित किया जाता है। उस प्रतिमा की पूरी विधिविधान से पूजा आराधना की जाती है | शालिग्राम भगवान अपने भक्तों से खुश होकर अपनी कृपा अपने भक्तों पर नौछावर करते है और बहुत ही शुभ फल देते है |
- तुलसी विवाह करने का सबसे बड़ा फल है की जातक को माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति को सभी आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। जीवन में धन की वर्षा होती है , व्यापार में लाभ होता है , नौकरी में प्रमोशन मिलता है | जातक को धन की हानि कभी नहीं होती है |
- तुलसी विवाह पूरे विधि विधान से करने से व्यक्ति किसी पुराने रोग से पीड़ित हो तो वह निरोग हो जाता है। उसके सभी पापों की माफी मिल जाती है | व्यक्ति को सभी दुख दर्द से मुक्ति मिल जाती है |
- जिन भी लोगों को कन्या का सुख प्राप्त नहीं होता है वह भगवान शालिग्राम और तुलसी माता का विवाह करवाते है तो उनको उतना ही फल मिलता है जितना एक कन्या के कन्यादान करने में मिलता है |
- तुलसी विवाह के दौरान शालिग्राम भगवान की पूजा में उनपर जल चढ़ाया जाता है जो बहुत ही चमत्कारी और फलदायी होता है | जो भी व्यक्ति तुलसी विवाह कर रहा हो यदि वह उस जल का छिड़काव करें तो उस जल के छिड़काव से व्यक्ति को तीर्थ यात्रा करने जैसा सौभाग्य और फल प्राप्त होता है |
- तुलसी विवाह में शालिग्राम भगवान पर चढ़ाया गया प्रसाद ग्रहण करने से मन में नकारात्मक ऊर्जा का संचार नहीं होता है |
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