सोमवती अमावस्या का महत्त्व
- हिन्दू धर्म में इस दिन दान करने को सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है।
- इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना भी अधिक महत्वपूर्ण है।
- माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
- इस पावन अवसर पर पितरों का तर्पण करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होती है।
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सोमवती अमावस्या की पूजा-विधि
इस दिन प्रातः उठकर पवित्र नदी में स्नान करें। इसके बाद अपने घर के अंदर मंदिर में भगवान के सामने दीप जलाएं। इस दिन व्रत करने को भी अधिक महत्व दिया गया है। इसका व्रत रखने से मनोकामना जल्द ही पूर्ण हो जाती है। इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करें। उनकी आराधना कर के उन्हें भोग लगाएं। आप चाहे तो ॐ नमः शिवाय का जाप भी कर सकते हैं।
सोमवती अमावस्या का शुभ मुहूर्त
तारीख - 12 अप्रैल, सोमवार
मास - चैत्र
प्रारम्भ - 11 अप्रैल 2021, रविवार, सुबह 6 बजे से
समाप्त - 12 अप्रैल, सोमवार, सुबह 8 बजे तक
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