myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   significance suryanarayan katha sunday

जानें सूर्य नारायण भगवान की कथा का महत्व

Myjyotish Expert Updated 29 Aug 2020 08:05 PM IST
suryanarayan katha
suryanarayan katha - फोटो : Myjyotish
विज्ञापन
विज्ञापन

सूर्योपनिषद की माने तो सारे जगत का पालन सूर्य ही करते हैं। इसी कारण सूर्य को मनुष्य जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। वैदिक काल से ही सूर्योपासना की जा रही हैं। जीवन में सुख , धन और बैरियों से सुरक्षा के लिए सूर्यनारायण की पूजा करनी चाहिए । हिन्दू धर्म में आदिपंच देवों में से एक देव सूर्य देव को माना गया हैं। सूर्य देव कलयुग के एकमात्र प्रत्यक्ष देवता माने गए हैं।

इसलिए रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित किया गया हैं।सूर्यदेव का पौराणिक कथाओं में उल्लेख मिलता हैं कि ऋषि दुर्वासा के शाप से कष्ट रोग से पीड़ित कृष्ण पुत्र साम्ब ने भगवान सूर्य की आराधना कर भयंकर रोग से मुक्ति पाई थी । तभी से कहा जाता है कि सूर्योदय के समय सूर्य भगवान को अर्ध्य देने से रोग समाप्त होते हैं।

घर बैठें श्राद्ध माह में कराएं विशेष पूजा, मिलेगा समस्त पूर्वजों का आशीर्वाद 

रविवार के दिन नियमित रूप से सूर्यदेव की उपासना की जाए तो जातक अपने जीवन के अभाव से मुक्ति पा सकता हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार सूर्य को ब्राह्मण का केंद्र बताया गया हैं। आदि काल से
सूर्यदेव की आराधना होती है इसलिए उन्हें आदिदेव के नाम से भी जाना जाता हैं।

ऐसे करें सूर्यदेव की पूजा
  • सूर्योदय से पहले ही स्नान कर लें और फिर सूर्य देव को जल अर्पित करें ।
  • सूर्यदेव के मंत्रों का जाप श्रद्धा पूर्वक करें।
  • संध्या के समय फिर सूर्य को अर्ध्य देकर नमस्कार करें।
  • नेत्र रोग से बचने से लिए नेत्रोपनिषद का प्रतिदिन सूर्योदय के समय पाठ करना चाहिए।
  • भोजन सूर्य प्रकाश के रहते ही समय से करें और इस दिन नमकीन तेल से युक्त भोजन न करें ।
इस पितृ पक्ष गया में कराएं श्राद्ध पूजा, मिलेगी पितृ दोषों से मुक्ति : 01 सितम्बर - 17 सितम्बर 2020
  • रविवार के दिन एक बार फलहार जरूर करें।
  • सूर्यदेव को सुबह तांबे के लोटें से जल अर्पित करना शुभ माना गया हैं।
ऐसा करने से बताया गया है कि इंसान ताकतवर होता है और उसमें सूर्य जैसा तेज आता हैं। रविवार के दिन सूर्य पूजन करना और व्रत रखना जीवन के लिए बहुत लाभकारी होता हैं । सूर्योदय पर सूर्य देवता के दर्शन से शरीर की नकारात्मकता समाप्त हो जाती हैं। सूर्य आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ बहुत प्रभवशाली माना जाता हैं। यह भय , रोग शमन से मुक्ति दिलाता हैं।

यह भी पढ़े :-  

Shradh 2020 Dates- जानें श्राद्ध प्रारम्भ तिथि एवं महत्व 


श्राद्ध पूजा 2020 : क्या है विशेष, जानें मान्यता

श्राद्ध 2020 : कब से प्रारम्भ हो रहें है श्राद्ध, जानें महत्वपूर्ण तिथियाँ


 
 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X