आपको जानकारी होगी कि तुलसी में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो की बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। ऐसा माना गया है कि तुलसी के पौधे की तरह इसकी माला को भी बेहद शुभ माना गया है, लेकिन इस माला को पहनने के भी कुछ नियम हैं, आइए जानते हैं तुलसी की माला को धारण करने से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
तुलसी के माला पहनने के विशेष नियम-
1. तुलसी की माला को धारण करने से पहले उसे गंगाजल से धुल लें और इसके सूखने के बाद इसे पहन लें।
2. इस माला को पहनने वाले लोगों को रोजाना जप करना चाहिए, इससे भगवान विष्णु की कृपा आप पर बनी रहती है।
3. तुलसी की माला पहनने वाले व्यक्तियों को हमेशा सात्विक भोजन करना चाहिए। इसका यह मतलब है कि खाने में लहसुन, प्याज, मांस- मछली आदि चीजों का सेवन करना नहीं करना चाहिए।
4. किसी भी स्थिति या परिस्थिति में तुलसी की माला को अपने शरीर से अलग नहीं करना चाहिए।
ऐसे लोग तुलसी की माला पहनते हैं जो भगवान विष्णु और कृष्ण के भक्त हैं। ऐसा माना गया है कि इस माला को पहनने से आपका मन शांत रहता है और इससे आत्मा पवित्र होती है। ऐसा कहते हैं कि इस माला को पहनने से रोगों से छुटकारा मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक भी तुलसी की माला को महत्वपूर्ण माना गया है। इस माला को धारण करने से बुध और गुरू ग्रह मजबूत होते हैं और तुलसी की माला पहनने से वास्तुदोष से छुटकारा भी मिलता है।
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पौराणिक कथाओं के अनुसार तुलसी को वरदान था कि भगवान विष्णु केवल तुलसी के पत्तों को अर्पण वाली चीजों का ही प्रसाद ग्रहण करते हैं। इसी प्रकार यूं कहें कि जिन लोगों ने तुलसी की माला धारण कर रखी है, उन्हें भगवान विष्णु अपनी शरण में ले लेते हैं। तुलसी की कंठी माला धारण करने से व्यक्ति को वैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है।
कैसे करें तुलसी के माला की पहचान-
अगर आप तुलसी के माला की सही पहचान करना चाहतें हैं तो इसे करीब आधे घंटे तक पानी में रख दें और अगर वह रंग छोड़ने लगे तो समझ जाएं की वह माला नकली है।
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