myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Haridwar kumbh Mela 2021 Significance in hindi

हरिद्वार कुम्भ 2021

Myjyotish Expert Updated 05 Jan 2021 04:21 PM IST
Haridwar Kumbh Mela 2021
Haridwar Kumbh Mela 2021 - फोटो : Myjyotish
विज्ञापन
विज्ञापन
कुंभ 2021 का आयोजन हरिद्वार में होने वाला है। हरिद्वार यानी हरि का द्वार। कुंभ से हिन्दू धर्म के लोगों की धार्मिक भावनाएं जुड़ी होती हैं। मान्यता है कि मकर सक्रांति के दिन कुंभ स्नान योग होता है और उस दिन पृथ्वी से उच्च लोक के द्वार खुलते हैं। इस दिन गंगा में स्नान करने से आत्मा उच्च लोक को आसानी से प्राप्त कर लेती है जिसके कारण कई भारी संख्या में लोग कुंभ मिले में जाकर स्नान करते हैं। हिन्दू धर्म के लोगों का मानना है कि कुंभ के समय गंगा का जल अमृत हो जाता है और उसमें स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं।
इस बार कुंभ का आयोजन हरिद्वार में होने वाला है जो शहर हिंदूधर्म का सबसे धार्मिक शहर माना जाता है। हरिद्वार की गंगा नदी में नहाना लोगों की धार्मिक विश्वशनीयता का उदाहरण है।

कुंभ की कथा:-
प्राचीन समय में महर्षि दुर्वासा के श्राप के कारण स्वर्ग से ऐश्वर्य, धन, वेभव खत्म हो गया था। तब सभी देवता विष्णु जी के पास गए, विष्णु जी ने उन्हें असुरों के साथ मिलकर समुद्र मंथन करने का सुझाव दिया। विष्णु जी ने बताया कि समुद्र मंथन से अमृत निकलेगा और उस अमृत पान से सभी देवता अमर हो जाएंगे।

कुम्भ 2021 में शिव शंकर को करें प्रसन्न कराएं रुद्राभिषेक, समस्त कष्ट होंगे दूर

देवताओं ने यह बात असुरों के राजा बलि को बताई तो वो भी समुद्र मंथन के लिए तैयार हो गए। भगवान धनवंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर निकले। अमृत के लिए देवताओं और दानव में युद्ध होने लगा। इस दौरान अमृत की बूंद चार स्थान यानी हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक और उज्जैन में गिर गईं। यह युद्ध 12 वर्षों तक चला इसीलिए इन स्थानों पर हर 12 वर्ष के बाद कुंभ मेला लगता है।

कुंभ 2021 का उत्साह:-
कोरोना महामारी के कारण सभी चीजों पर ताला लग गया जिसके कारण लोगों को कई महीनों के लिए घरों में कैद रहना पड़ा। महामारी में कई त्यौहारों को मनाना काफी मुश्किल हुआ तो कई त्यौहार बिना मनाए निकाल गए। नए साल की शुरुआत के साथ लोगों का उत्साह और उम्मीद दोनों जुड़ी हुई हैं। लोगों को नए साल के साथ साथ फिर पहले जैसा होने की उम्मीद है जिसके कारण लोगों को नए साल में होने वाला पहला त्योहार कुंभ है।
तालाबंदी में कई लोगों के रोजगार ठप्प हो गए जिससे उन्हें कुंभ मेले के आयोजन से फिर रोजगार की उम्मीद जगती दिख रही है। लोगों को विश्वास है कि कुंभ सभी के लिए फिर खुशियां और मुस्कान दोनों लेकर आएगा।

यह भी पढ़े :-           

 पूजन में क्यों बनाया जाता है स्वास्तिष्क ? जानें चमत्कारी कारण

यदि कुंडली में हो चंद्रमा कमजोर, तो कैसे होते है परिणाम ?

संतान प्राप्ति हेतु जरूर करें यह प्रभावी उपाय
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X