1. पुखराज
पुखराज रत्न बेहद ही खास माना जाता है। यह रत्न गुरु यानी बृहस्पति को मजबूत करने के लिए लोग धारण करते हैं। गुरु बृहस्पति के बलवान होने पर जातक को हर क्षेत्र में आपार सफलता प्राप्त होती है। यह रत्न धारण करने पर लोगों को नाम, यश, ऐश्वर्या, वैभव, धन सम्पदा प्राप्त होती है। पुखराज रत्न ज्ञान व बुद्धि प्रतिनिधित्व करता है। यह बहुत ही कीमती रत्न है। इसके धारण करने से जीवन में खुशहाली आती है। पुखराज को पीली धातु में पहना जाता है। इसे तर्जनी उंगली में पहना जाता है।
2. नीलम
नीलम धारण करने से मन में चंचलता आती है। नीलम धारण करने पर व्यक्ति नित तरक्की की नई- नई सीढीया चढ़ता है। कहा जाता है कि नीलम यदि रास नही आयी तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।और रास आ गयी तो आपको रातो रातो ये रंक से राजा ओर राजा से फकीर बना देती है।नीलम की गिनती भी कीमती रत्नों में होती है। नीलम को धारण करने के शनि के दुष्प्रभाव को कम करता है। साथ ही राजयोग की भी प्राप्ति होती हैं।
नीलम को बीच वाली उंगली में पंचरत्न की धातु में पहनना अत्यंत शुभ होता है।
3. मूंगा
मूंगा रत्न को मंगल ग्रह का कारक माना जाता है। मंगल ग्रह साहस व आत्मविश्वास का प्रतीक हैं। इस रत्न को धारण करने से साहस व आत्मबल में बृद्धि होती है।ऐसा माना जाता है रत्न को जज, वकील एवं प्रशासनिक अधिकारियों के लिए अत्यंत फलदायी होता है।साथ ही जो लोग पुलिस या फौज में नौकरी पाना चाहते हैं उनको भी ये रत्न धारण करना चाहिए। इसे अनामिका उंगली में तांबे या सोने में धारण करना अत्यंत उपयोगी होता है।
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4. माणिक
माणिक को ज्योतिष में सुर्य के समान ही बेहद प्रभावशाली माना जाता है।रन्त को धारण करने से व्यक्ति को धन- दौलत, मान- सम्मान ओर यश दिलाता है। व्यक्ति जीवन काफी यश प्राप्त करता है। इस रत्न के साथ हीरा, नीलम, गोमेद नही पहनना चाहिए।इसके दुष्परिणाम आपको देखने को मिल सकते हैं। माणिक को अनामिका उंगली में तांबे या सोने की धातु मे रविवार के दिन धारण कर सकते हैं। इस रत्न को धारण करने से खुद के अंदर पोजेटिव एनेर्जी का एहसास होना शुरू हो जाता है।
5. ओपल
ओपल रत्न शुक्र का प्रतिनिधित्व करता है। कुंडली में यदि शुक्र खराब हो तो ओपल को धारण करने की सलाह दी जाती है। यह रत्न सफेद व हल्के नीले रंग के ओपल बेहद फायदेमंद रहता है। यह रत्न भावनाओं को नयंत्रित करने ओर मन को संतुलित करने में बेहद उपयोगी है।इस रत्न को धारण करने से शुक्र ग्रह को मजबूत किया जा सकता है।यह रत्न जीवनसाथी के बीच सामंजस्य पैदा करता है। साथ ही प्रेम संबंधों को भी मजबूत किया जा सकता है।यह रत्न आपकी प्रसिद्धि को भी बढ़ाता है।
6. पेरिडॉट
पेरिडॉट रत्न दो ग्रहों को नियंत्रित कर सकता है। यह हल्के रंग का रत्न होता है। यह रत्न ज्ञान व बुद्धि प्राप्त करने के लिए बेहद फायदेमंद है। बुरी आदतों से छुटकारा पाने के लिए भी यह रत्न उपयोगी है।इसका धारण अच्छा भाषण कौशल व आकर्षण को बेहतर बनाता है। पेरीडॉट गुस्से को कम करने के लिए भी पहनाया जाता है। विद्यार्थियों के लिए यह रत्न अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।जिन विद्यार्थियों को पढ़ने में मन नही लगता, अत्यधिक क्रोध आता हो ऐसे में उन्हें इस रत्न को धारण करने की सलाह दी जाती है।
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