myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   shardiya navratri kalash sthapana shubh muhurat pujan vidhi

जानिए कब से शुरू हो रही हैं शारदीय नवरात्रि, कलश स्थापना, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

My jyotish expert Updated 04 Oct 2021 05:21 PM IST
shardiya navratri kalash sthapana
shardiya navratri kalash sthapana - फोटो : Google
विज्ञापन
विज्ञापन
हमारे भारत देश में समय-समय पर अनेक त्यौहार, पर्व, व्रत और धार्मिक अनुष्ठान आते रहते हैं तथा इसमें से एक नवरात्रि का विशेष महत्व है। साल में नवरात्रि दो बार आती है। इसकी पूरी अवधि 9 दिनों की होती है। तथा इन 9 दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग अवतारों की पूजा की जाती है। तथा इस वर्ष नवरात्रि की दूसरी बारी आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की पहली तिथि को शारदीय नवरात्र शुरू होता है और साथ ही चैत्र नवरात्रि हिंदू कैलेंडर के महीने में मनाया जाता है। और इस साल शारदीय नवरात्रि 7 अक्टूबर 2021 से शुरू होकर कुल 8 दिन यानी 14 अक्टूबर 2021 तक रहेगी। इसके 8 दिन होने का यह कारण है कि इस बार शारदीय नवरात्रि की चतुर्थी और पंचमी तिथि एक साथ है। जिसके कारण यह त्यौहार केवल 8 दिन मनाया जाएगा। और साथ हम यह भी जानेंगे कि कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा किस विधि से करनी चाहिए। ताकि माता दुर्गा प्रसन्न हो जाएं और हम पर उनकी कृपा बनी रहे। और हम नवरात्रि की पुरानी कथा के बारे में भी जानेंगे।

आसानी से देखिए अपनी जन्म कुंडली मुफ़्त में, यहाँ क्लिक करें

शारदीय नवरात्रि में कलश स्थापान करने का शुभ मुहूर्त : - जब से नवरात्रि शुरू होती है उसके पहले दिन ही कलश की स्थापना की जाती है। कथा यह माना जाता है कि नवरात्रि के दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करने से नवरात्रि के शुभ फल प्राप्त होते हैं। शारदीय नवरात्रि में घटस्थापना अर्थात नारियल को स्थापित करने का शुभ मुहूर्त 7 अक्टूबर सुबह 6:17 AM से सुबह 7:07 AM तक रहेगा।

नवरात्रि में पूजा करने की विधि : - जो भी व्यक्ति नवरात्रि के दिन पूजा करता है उसे सुबह सूर्य उदय से पहले उठकर स्नान आदि कर निवृत्त होकर स्वच्छ कपड़े पहनने चाहिए। और फिर घर के मंदिर की साफ सफाई करनी चाहिए तथा माता दुर्गा की पूजा के लिए चौकी बिछानी चाहिए। और इस बात का ध्यान दें की चौकी को पहले गंगाजल से शुद्ध अवश्य कर लें। फिर उस चौकी पर लाल कपड़ा बिछा दें। फिर चौकी के पास एक बर्तन में या मिट्टी के किसी कुंड में मिट्टी डालकर उसमें ज्वार बोएं। फिर चौकी पर माता दुर्गा जी की तस्वीर की स्थापना करें। यदि आप माता दुर्गा की मूर्ति स्थापना करना चाहते हैं तो वह भी कर सकते हैं। फिर उसके बाद कलश को स्थापित करने के लिए सबसे पहले एक सिंदूर से स्वास्तिक बनाएं। और कलश में जल, सुपारी, अक्षत तथा लॉन्ग और एक सिक्का डालकर उसके ऊपर स्वास्तिक बनाएं। और कलश पर रोली बांध दें। और फिर नारियल को लाल रंग के किसी वस्त्र क्या चुनरी से लपेट कर उस कलश के ऊपर रख दें। और बाद में घी का दीपक जलाएं और मां दुर्गा की चालीसा पढ़ कर उनकी आरती करें।
लोग नवरात्रि के पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा की श्रद्धा भाव से पूजा करते हैं और कई लोग नवरात्रि के पूरे 9 दिनों तक भक्ति भाव से व्रत रखते हैं और माता दुर्गा की आराधना करते हैं। और कुछ लोग केवल पहले दिन और आखरी दिन ही व्रत रखते हैं।

नवरात्रि का त्योहार मनाए जाने के पीछे का पौराणिक  महत्व : - नवरात्रि का त्योहार मनाए जाने के पीछे का पौराणिक कारण यह माना जाता है कि भगवान श्रीराम ने लंका पर चढ़ाई करने से पहले माता दुर्गा की अर्थात दुर्गा शक्ति स्वरूप की आराधना की थी। तभी से नवरात्रि का त्यौहार मनाने की परंपरा चली आ रही है। नवरात्रि के शुरू होने से ठीक 10 दिन बाद दशहरे का त्यौहार मनाया जाता है। इसके पीछे यह मान्यता है कि दशहरे के दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था। 

जीवन के संकटों से बचने हेतु जाने अपने ग्रहों की चाल, देखें जन्म कुंडली

दरिद्रता से मुक्ति के लिए ज़रूरी है अपने ग्रह-नक्षत्रों की जानकारी, देखिए अपनी जन्म कुंडली मुफ़्त में

आपके स्वभाव से लेकर भविष्य तक का हाल बताएगी आपकी जन्म कुंडली, देखिए यहाँ



 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X