Sawan Month | ज्योतिषाचार्यों निशा घई द्वारा जानिए क्या है सावन महीने का महत्व ? | My jyotish
हिन्दू धर्म में सावन सोमवार का विशेष महत्व होता है ∣ जब लोग भगवान से विशेष कृपा प्राप्ति के लिए सावन सोमवार का व्रत रखते है ∣ जो कि विशेषकर महिलाओं और कुवांरी कन्याओं के द्वारा रखा जाता है ∣ ऐसी मान्यता है सावन सोमवार में भगवान शिव का विधि विधान से पूजा करने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है ∣ सभी श्रद्धालु जन भगवान शिव की कृपा प्राप्ति हेतु उनका विधि विधान से पूजन करते हैं ∣ इस बार सावन सोमवार २5 जुलाई से आरंभ हो रहा है ∣ जो कि 22 अगस्त 2021 तक रहने वाला है ∣ आपको बता दे हिन्दूपंचाग का यहाँ पांचवा माह होता है ∣ जिसे श्रावण माह के नाम से जानते हैं ∣ यह भगवान शिव का सबसे प्रिय माह माना जाता है ∣ इसलिए शिव भक्त इस माह का बड़े बेसब्री से इंतजार करते हैं ∣सावन के पावन महीने में शिव के भक्त कावड़ लेकर आते हैं और उस कांवड़ में भरे गंगा जल से शिवजी का अभिषेक करते हैं। श्रावण माह में सोमवार के दिन का भी विशेष महत्व होता है। सावन सोमवार व्रत मनोकामना पूर्ति के लिए किया जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसलिए धार्मिक दृष्टि से सावन सोमवार का विशेष महत्व होता है।
कब और कैसे मिलेगा आपको अपना जीवन साथी ? अभी बात करें हमारे एक्सपर्ट्स से और जानें
आज हम जानेगें सावन सोमवार की तिथि, महत्व और पूजा विधि और कथा :
सावन सोमवार की तिथि -
सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई
सावन का दूसरा सोमवार 02 अगस्त
सावन का तीसरा सोमवार 09 अगस्त
सावन का चौथा सोमवार 16 अगस्त
सावन माह से जुड़ी पौराणिक कथा
सावन सोमवार की कथा :
पौराणिक कथा के अनुसार जब देवासुर संग्राम में समुद्र मंथन से विष निकला था, तब भगवान शिव से सबकी रक्षा हेतु स्वयं इस विषय का पान कर लिया था ∣ जिसके कारण उनका शरीर नीला पड़ गया है और उसके प्रभाव से बहुत गर्म हो ग ए थे ,तब भगवान शिव को इस गर्मी से बचाने के लिए इंद्र देव ने वर्षा की थी ∣ जिसे सावन सोमवार के नाम से जाना जाता है ∣ इस तरह शिव जी ने समस्त संसार की रक्षा के लिए विष का पान कर लिया तब से ऐसी मान्यता चली आ रही है ∣ कि भगवान शिव इस माह अपने भक्तो के कष्ट अतिशीघ्र दूर करते हैं ∣
सावन माह में भोलेनाथ को प्रसन्न करने हेतु महाकालेश्वर में कराएं रुद्राभिषेक - 25 जुलाई से 22 अगस्त
सावन सोमवार की पूजा में इन बातों का रखें विशेष ध्यान:
श्रावण के पावन माह में भगवान शिव की पूजा में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
1.शिव पूजा में केतकी के फूलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि केतकी के फूल चढ़ाने से भगवान शिवजी नाराज होते हैं।
2.इसके अलावा, तुलसी को कभी भी भगवान शिवजी को अर्पित नहीं किया जाता है।
3.शिवलिंग पर कभी भी नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। भगवान शिवजी को हमेशा कांस्य और पीतल के बर्तन से जल चढ़ाना चाहिए।
ये भी पढ़े:
जुलाई में जन्मे लोग क्यों होते हैं अमीर, यहाँ क्लिक करें और जाने इनके सभी गुण
बुध गोचर 2021: आज बुध ने बदली अपनी राशि, इन 4 राशियों पर बरसेगी अपार खुशियां
जानें किस पेड़ की नियमित रूप से पूजा करने से दूर होती है गरीबी और बना रहता है धन का आगमन