शनि देव को सूर्यपुत्र कहा जाता है | पर धार्मिक ग्रंथों की मान्यता है कि शनि देव की अपने पिता सूर्य देव से उनके संबंध अच्छे नहीं थे | इसीलिए शनि देव और सूर्य देव का साथ होना शुभ नहीं माना जाता है | वैदिक शास्त्रों के अनुसार शनि ग्रह का बहुत ही महत्व माना जाता है | ऐसा कहा जाता है कि किन राशियों पर शनि देव के अच्छे प्रभाव होते हैं उनके जीवन में किसी चीज की कमी नहीं होती है सुख, आर्थिक संपन्नता, धन, सफलता, आदि रहती है | परंतु यदि किसी भी राशि पर शनि देव के गलत प्रभाव पड़ रहे हैं तो यह उन राशि के व्यक्तियों के लिए शुभ नहीं है | शनि ग्रह को सभी ग्रह में सबसे मारक ग्रह माना जाता है | शनिदेव सभी व्यक्तियों को उनके कर्मों के हिसाब से ही फल देते हैं,| यदि व्यक्ति के कर्म अच्छे हैं तो उसको अच्छे हो और शुभ फल मिलता है | परंतु यदि व्यक्ति के कर्म खराब है तो उसको कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है |
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ज्योतिष ऐसा बताते हैं की साढ़ेसाती का अर्थ होता है कि शनि देव जी राशि में प्रवेश करते हैं उसमें 7 साल तक रहते हैं | ऐसा कहा जाता है कि सभी ग्रहों में शनिदेव सबसे धीमी गति से चलते हैं इसीलिए व्यक्ति की कुंडली में शनि ग्रह का प्रभाव अधिक समय तक रहता है| ज्योतिषियों का कहना है शनि देव को आयु, पीड़ा, रोग, परेशानी, आदि का देवता ग्रह माना जाता है | इसीलिए शनि देवता की पूजा करके उनको प्रसन्न किया जाता है ऐसा कहा जाता है कि हनुमान चालीसा पढ़ कर भी शनिदेव को प्रसन्न में किया जा सकता है और पीपल के पेड़ पर दिया जलाने से भी शनि देव खुश होते हैं | आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे शनि देव अपनी राशि परिवर्तित कर कर किस राशि में प्रवेश करके साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू होने वाला है | यदि आप भी इन राशियों के व्यक्ति हैं तो यह लेख आपके लिए लाभकारी साबित होगा |
राशियां
शनिदेव अब 29 अप्रैल को 2022 में शनि राशि परिवर्तन करेंगे | और शनि देव मकर राशि को छोड़ कर के कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे| ऐसा कहा जा रहा है कि शनि कुंभ राशि में प्रवेश करते हीं इन राशियों मकर, कुम्भ, मीन, कर्क, तुला,वृश्चिक और मिथुन राशि पर बुरा प्रभाव शुरू हो जाएगा |
शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही धनु राशि से साढ़ेसाती का प्रभाव खत्म हो जाएगा | पर ऐसा कहा जा रहा है कि 2022 में वक्री चाल से मकर राशि में प्रवेश करेंगे| शनि की मकर राशि में गोचर होने के बाद कुछ समय के लिए ही धनु राशि पर साढ़ेसाती लगेगी | और 2023 में पूरी तरह की से धनु राशि से साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी | 2025 में मकर राशि पर साढ़ेसाती पूरी तरीके से समाप्त हो जाएगा |
कुंभ राशि से 2027 में पूरी तरीके से साढ़ेसाती हटेगा| कुंभ राशि में अभी पहला चरण साढ़ेसाती का चल रहा है और जब शनि मेष राशि में प्रवेश करेंगे हैं तभी राशि पर साढ़ेसाती से मुक्ति प्राप्त होगी |
शनिदेव ने 30 अप्रैल 2022 को मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे और जैसे ही शनि देव कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे वैसे ही मीन राशि के व्यक्ति पर साढ़ेसाती का प्रभाव शुरू हो जाएगा | शनि देव के कुंभ राशि में प्रवेश करने से मकर कुंभ और मीन राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव आरंभ हो जाएगा और कर्क और वृश्चिक राशि वाले व्यक्तियों पर ढैय्या का प्रभाव शुरू हो जाएगा |
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