दरिद्रता से मुक्ति के लिए ज़रूरी है अपने ग्रह-नक्षत्रों की जानकारी, देखिए अपनी जन्म कुंडली मुफ़्त में
मौजूदा समय में शनि मकर में प्रवेश करता है तो शनि के मकर में प्रवेश होने के कारण धनु मकर और कुंभ राशि पर साढ़ेसाती और मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैैय्या का प्रभाव है। धनु राशि के जातकों पर शनि दोष की साढ़ेसाती का आखिरी चरण अभी चल रहा है पूरी तरह से साल 2023 धनु राशि पर से साढ़ेसाती समाप्त हो जाएगी तथा अभी मकर राशिफल पर शनि दोष की साढ़ेसाती का दूसरे चरण की प्रक्रिया चल रही है।मकर राशि से शनि की साढ़ेसाती का दोष 2025 में समाप्त होगा होगा। शनि के मकर राशि में प्रवेश करने के कारण कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है। कुंभ राशि से शनि की साढ़ेसाती 23 जनवरी 2028 को समाप्त होगी।
शनि देव की मार्गी होने की तिथि इस वर्ष 11 अक्टूबर 2021 है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जातको को शनि के क्रूर ग्रह होने के कारण अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है तथा जातकों पर इन सबका अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। 23 मई 2021 से शनि ग्रह मकर राशि में उल्टी चाल चल रहा है अर्थात उल्टी चाल का मतलब होता है वक्री। और शनि 11 अक्टूबर 2021 को मार्गी हो जाएंगे। तथा शनि के मार्गी होने के कारण इसका कई राशियों पर सकारात्मक और कई राशियों पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। कई राशियों की परेशानी बढ़ सकती हैं और कईयों को परेशानियों से राहत मिलेगी।
• शनि दोष से बचने के उपाय
1. शनिवार का दिन शनिदेव का दिन माना जाता है तथा यह दिन शनि जी की कृपा पाने का अच्छा समय है। इस दिन आपको शनि देव जी के मंदिर में सरसों का तेल अर्पित करना चाहिए।
2. शनि दोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए आपको शनि देव जी के 10 नामों का जाप करना चाहिए। यह 10 नाम इस प्रकार हैं- पिंगल, कृष्ण, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद, पिप्पलाश्र, कोणस्थल, रौद्रान्तक, बभ्रु।
3. आपको हर शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए। व दीपक जलाना चाहिए।
4. हनुमान जी की पूजा करने से शनि दोष से छुटकारा मिलता है इसलिए आपको हर शनिवार के दिन हनुमान जी के दर्शन करने और हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
5. शनि दोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए आपको प्रत्येक शनिवार शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और जिससे आपके दोष हट जाएंगे।
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