रामायण, राम चरित मानस आदि धर्म ग्रंथों के अनुसार त्रेता युग लंका के महाराज रावण अत्यंत ज्ञानी एवम् बलवान था उसने सभी नव ग्रह को अपने वश में कर रखा था। सभी ग्रह उसकी कुंडली में अपना स्थान बदलने से पूर्व रावण को बताते थे की उनकी स्थिति परिवर्तन से से क्या प्रभाव पड़ता है। इसी प्रकार जब शनि देव की बारी रावण के राशि में प्रवेश करने की आई तो वे रावण को अपने प्रभाव के बारे में बताने आए जिसे सुनकर रावण ने उन्हें बंदी बना लिया और उल्टा बांध कर लटका दिया।
होली के दिन, किए-कराए बुरी नजर आदि से मुक्ति के लिए कराएं कोलकाता में कालीघाट स्थित काली मंदिर में पूजा - 28 मार्च 2021
इसके पश्चात जब हनुमान जी माता सीता की खोज के लिए लंका आए और मेघनाथ ने उन्हें बंदी बना लिया और सजा के रूप में उनकी पूंछ में आग लगाई गई तो वे लंका में आग लगाने की कोशिश करने लगे किंतु लंका में आग ही नहीं लग रही थी इसी कोशिश में वे अचानक से उस कक्ष में पहुंचे जिसमे रावण ने शनि देव को बंदी बना कर रखा था। हनुमान जी ने उन्हें पहचान कर उन्हें मुक्त करवाया और अपने आने का कारण बताया तथा यह भी बताया कि वे प्रयत्न कर के भी लंका में आग नहीं लगा पा रहे हैं। इसके बाद शनि देव ने उनसे कहा कि यदि आप ( हनुमान ) लंका में आग लगाना चाहते हैं तो जिस ओर मेरी दृष्टि जाती है उधर आग लगाइए इस प्रकार हनुमान जी ने शनि देव को रावण की कैद से मुक्ति दिलाई एवम् लंका दहन कर माता सीता की खोज कर आए।
शनि देव को रावण की कैद में मुक्ति दिलाने की वजह से शनि देव ने हनुमान जी को ये वर दिया कि यदि कोई व्यक्ति शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करेगा तो उसके ऊपर से शनि के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी शनिवार को सूर्योदय के समय नहाकर श्री हनुमते नमः मंत्र का जप करें करते हुए तांबे के लोटे में जल और सिंदूर मिला कर हनुमानजी को अर्पित करें, उनको गुड़ का भोग लगाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि शनिवार को हनुमान जी की पूजा करने से शनि की साढ़ेसाती से होने वाले कष्टों का निवारण हो जाता है। राम भक्त हनुमान की शनिवार को पूजा से शनि का प्रकोप नियंत्रित होता है। इससे सूर्य व मंगल के साथ शनि की शत्रुता व योगों के कारण उत्पन्न कष्ट भी दूर हो जाते है।
हनुमान जी की कृपा पाने के लिए शनिवार के दिन व्रत करके शाम के समय बूंदी का प्रसाद बांटने से भी पैसों की तंगी दूर हो जाती है। शनिवार की शाम को हनुमान मंदिर में जाएं। एक सरसों के तेल का और एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं। वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान जी की कृपा पाने का ये एक अचूक उपाय है। शनिवार के दिन हनुमानजी के पैरों में फिटकरी रखें फिर जिन्हें बुरे सपने आते हों वे अपने सिरहाने इस फिटकरी को रखें। बुरे सपने नहीं आएंगे। शनिवार की सुबह स्नान करने के बाद बड़ के पेड़ का एक पत्ता तोड़ें और इसे साफ पानी से धो लें। अब इस पत्ते को कुछ देर हनुमानजी के सामने रखें। इसके बाद इस पर केसर से श्रीराम लिखें। अब इस पत्ते को अपने पर्स में रख लें। साल भर आपका पर्स पैसों से भरा रहेगा।
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