संतान सप्तमी का शुभ मुहूर्त:- 13 सितंबर 2021 को दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 3:10 बजे तक।
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पूजा विधि:
सप्तमी के दिन सूर्योदय से पहले स्नान कर ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें और भगवान शिव और विष्णु का ध्यान करते हुए पूजा करें। दिन भर उपवास रखकर सफाई से महाप्रसाद (खीर और 7-7 पूआ) बना लें। अब पूजा स्थल की सफाई कर वहां गंगाजल छिड़कें, अब छोटी चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं। उस पर शिव परिवार की मूर्ति या चित्र लगाएं। मूर्ति के सामने कलश रखें। कलश में पांच सुपारी, अक्षत, सिक्के रखें और उस पर एक आम का पल्लव रखें और उस पर एक बड़ा दीपक रखें। दीये में चावल रखकर उस पर शुद्ध देशी घी का दीपक जलाएं। हाथों में फूल और अक्षत लेकर भगवान शिव और माता पार्वती का आवाहन करें। अब भगवान शिव के सामने धूप जलाएं, फूल, चंदन, महाप्रसाद, नारियल, सुपारी, अक्षत आदि चढ़ाएं। शिव और माता पार्वती को भोग के रूप में महाप्रसाद का भोग लगाएं। एक कलावा में 7 गांठें बांधें और बच्चे की सुरक्षा की कामना करते हुए भगवान शिव को अर्पित करें। इसके बाद इसे धारण कर व्रत की कथा सुननी चाहिए। कथा पूरी होने के बाद भगवान शिव की आरती करें और ब्राह्मण को चढ़ाए गए सात पूएं दें और शेष सात पूओं को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है।
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