जिस तरह हर माह में द़ो एकादशी मनायी जाती है। ठीक उसी तरह हर माह में दो प्रदोष मनायी जाती है। जिनका सम्बन्ध भगवान शिव से होता है ऐसी मान्यता है ।कि प्रदोष व्रत को करने से चंद्र का दोष दूर होता है।
प्रदोष व्रत हर माह की त्रयोदश को होता है। बता दें कि जिस तरह एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान होता है ।उसी तरह प्रदोष में भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है ।जो भी व्रती प्रदोष का व्रत रखता है। उसका अगर कोई चंद्र का दोष है तो भगवान शिव की कृपा से दूर होता है।
आपको बता दें कि इस बार 24 मई दिन सोमवार को प्रदोष है ।
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आज हम जानेगें प्रदोष के दिन क्या नहीं करना चाहिए
1.. प्रदोष व्रत में लाल मिर्च, अन्न, चावल और सादा नमक नहीं खाना चाहिए। हालांकि आप पूर्ण उपवास या फलाहार भी कर सकते हैं।
2.इस दिन लड़ाई झगड़े करने से बचना चाहिए ।
3. ब्रह्मचार्य का पालन करना चाहिए।
4. भोजन नहीं करना चाहिए ।
5. व्रती को काले वस्त्र नहीं पहनना चाहिए ।
6. दूसरों की बुराई करने से बचना चाहिए ।
7. देर से सोकर नहीं उठना चाहिए ।
8.घर के किसी सदस्य को शराब नही पीना चाहिए ।
9. घर पर मांस नहीं पकाना चाहिए ।
10.घर पर शांति पूर्ण माहौल बनाकर रखना चाहिए ।
प्रदोष व्रत एक ऐसा व्रत है जिसे करके व्यक्ति अपने जीवन के दोषों से मुक्त हो जाता है ।
साथ ही उस पर भगवान शिव की कृपा हमेशा होती है |
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