myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Planet Dosh ends with worship and recitation of Surya Narayana

सूर्य नारायण के पूजन व पाठ से समाप्त होते हैं ग्रह दोष

MyJyotish Expert Updated 12 May 2020 07:21 PM IST
Planet Dosh ends with worship and recitation of Surya Narayana
विज्ञापन
विज्ञापन
पौराणिक धार्मिक ग्रंथो के अनुसार रविवार के दिन सूर्य देव की आराधना करने से सभी कष्टों का निवारण होता है। सूर्य देव को वेदों के अनुसार संसार की आत्मा कहा गया है। रविवार के दिन सूर्य देव को अर्घ देने का विशेष महत्व है। सूर्य को संसार की उत्पत्ति का एक मात्र श्रोत माना गया है। यह सर्वमान्य सत्य है की सूर्य की अनुपस्थिति में पृथ्वी पर जीवन असंभव है।



सूर्य सर्व कल्याणकारी हैं, उनकी महिमा से गंभीर रोगों का निवारण हो जाता है। ऋग्वेद के अनुसार देवताओं में सूर्य का स्थान महत्वपूर्ण बताया गया है। सूर्य समस्त चराचर जगत की अंतरात्मा है। उनकी उपासना का प्रचलन वैदिक काल से चला आ रहा है। सूर्य की आराधना से व्यक्ति का भाग्योदय होता है एवं उसे सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

इस कालाष्टमी प्राचीन कालभैरव मंदिर दिल्ली में पूजा और प्रसाद अर्पण से बनेगी बिगड़ी बात : 14 -मई - 2020

रविवार का दिन सूर्य की उपासना को समर्पित है। इस दिन सूर्यनारायण का पूजन व पाठ करने से ग्रहों के दोष का निवारण होता है। रविवार के दिन सूर्य देव का व्रत सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन उपवास रखने से सूर्य देव भक्त की इच्छाओं और मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। इनकी आराधना से अन्य ग्रहों के दुष्प्रभाव कम हो जाते तथा व्यक्ति का जीवन खुशियों से भर जाता है।

उन्हें प्रत्यक्ष देव के रूप में जाना जाता है क्योंकि उनकी आराधना के लिए कोई भी उनके साक्षात रूप से दर्शन कर सकता है। माना जाता है की सूर्य के बिना जिस प्रकार यह संसार अधूरा है ठीक उसी प्रकार सूर्य देव के आशीर्वाद के बिना एक मनुष्य का जीवन सुख - सुविधाओं से परिपूर्ण होने के बाद भी अधूरा माना है। सूर्य की उपासना बहुत ही सरलता से पूर्ण हो जाती है तथा इसका आशीर्वाद भी भरपूर प्राप्त होता है।

रविवार के दिन जगन्नाथ गंगा घाट के किनारें कराएं सूर्यनारायण नवग्रह शांति पाठ और पाएं ग्रहों के दुष्प्रभावों से निजात

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रविवार के दिन प्रातः काल उठकर स्नान आदि कर लेना चाहिए। स्वच्छ वस्त्र धारण करके पूर्ण विधि - विधान से सूर्य पूजा करके संकल्प करना चाहिए। सूर्य देव का साक्षात नमन करके जल से उन्हें अर्घ अर्पण करना चाहिए। मन की जो कोई भी इच्छा है वह सूर्य देव के समक्ष व्यक्त करनी चाहिए और पूर्ण श्रद्धा से उनका ध्यान करना चाहिए। सूर्य देव समस्त विपदाओं का निवारण करेंगे एवं सभी को सुखमय जीवन प्रदान करेंगे।

यह भी पढ़े :-

भय से मुक्ति पाने के लिए की जाती है गौरी-शंकर की उपासना

धन - संपत्ति की देवी हैं माँ लक्ष्मी

माँ संतोषी की आराधना से पूर्ण होंगी समस्त इच्छाएं

  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X