अगर हम बात करे धन की रेखा की तो यदि हम किसी धनी जातक की हथेली देखें तो उसमें धन की रेखा, जीवन रेखा की भांति किसी एक स्थान से शुरू नहीं होती। बल्कि हथेली में धन की रेखा विभिन्न स्थानों व विभिन्न पर्वतों से मिलकर बनी होती है। कुछ विद्वानों का मानना है कि भाग्य और हृदय रेखा को काटने वाली रेखा धन रेखा होती है। आपकी हथेली और भी कई छोटी छोटी रेखाएं होती है जिनमें धन प्राप्ति से सम्बंधित क्यो राज़ छुपे होते हैं।
धन रेखा की पहचान और महत्व:
- आपकी हथेली में मध्यमा उंगली के ठीक नीचे शनि पर्वत होता है, और शुक्र पर्वत का स्थान अंगूठे के नीचे वाले हिस्से में होता है। अगर किसी व्यक्ति की हथेली में भाग्य रेखा शुक्र पर्वत से शुरू होकर शनि पर्वत के मध्य तक पहुंचती है, तो ऐसे लोग अत्यधिक धनवान होते हैं।
- हस्तरेखा शास्त्र की माने तो व्यक्ति की हथेली में जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा और भाग्य रेखा तीनों आपस में मिलकर M बनाती है, तो ऐसे व्यक्तियों को बहुत धन लाभ होता है।
- किसी व्यक्ति के दोनों हाथों की भाग्य रेखा मणिबंध से आरम्भ होकर शनि पर्वत तक पहुंचती है और इसी के साथ सूर्य रेखा भी पतली लम्बी होती है तो यह जोड़ अत्यधिक लाभकारी माना गया है। ऐसे लोगों की हथेली में धन की कुंजी होती है। यह लोग बहुत धनवान होते हैं। इन लोगों को अचानक धन प्राप्ति के लाभ होने के योग बने रहते हैं।
- ऐसे ही यदि किसी व्यक्ति की हथेली में चन्द्ररेखा और भाग्य रेखा दोनों आपस में मिलकर शनि पर्वत तक पहुंचती है, तो ऐसे लोगों के जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
- किसी किसी की भाग्य रेखा स्पष्ट रूप से शनि पर्वत तक पहुंच रही हो और इसी के साथ जीवन रेखा भी घुमावदार हो, तो ऐसे लोगों के पास अपार धन होता है।
- अगर आपकी हथेली की भाग्य रेखा, सूर्य रेखा से जाकर मिल रही होती है तो ऐसे लोगों के पास धन की कोई कमी नहीं होती है।
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- कभी कभी किसी व्यक्ति की हथेली में मणिबंध से एक स्पष्ट रूप से निकल कर सीधे शनि पर्वत तक जाती है, ऐसे व्यक्तियों का भाग्य बहुत प्रबल होता है व माता लक्ष्मी की अपार कृपा रहती है।
- अगर कोई रेखा चन्द्र पर्वत से निकल कर बुध पर्वत के क्षेत्र तक पहुंचती हो तो ऐसे लोगों को किसी यात्रा के दौरान अकस्मात धन की प्राप्ति होती है।
- किसी व्यक्ति की हथेली में स्थित यात्रा रेखा पर कोई क्रॉस बन रहा हो या उसके आस पास कोई चतुष्कोण बन रहा हो तो अक्सर उसकी यात्रा योजनाओं में बदलाव होता रहता है, जिससे धन हानि भी होती है।
- अगर मष्तिष्क रेखा से चन्द्र पर्वत से निकली हुई रेखा व यात्रा रेखा आपस में मिलती है, तो ऐसे लोगों को यात्रा के दौरान व्यवसायिक लाभ होता है जिससे धन की प्राप्ति भी सुगमता पूर्वक होती है।
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