मां के इस स्वरूप की पूजा इस दिन करें:
17 अक्टूबर ( शनिवार ) - मां शैलपुत्री की पूजा |
18 अक्टूबर( रविवार ) - मां ब्रह्मचारिणी की पूजा |
19 अक्टूबर ( सोमवार ) - मां चंद्रघंटा की पूजा |
20 अक्टूबर ( मंगलवार ) - मां कुष्मांडा की पूजा |
21 अक्टूबर ( बुधवार ) - मां स्कंदमाता की पूजा |
नवरात्रि पर विंध्याचल में कराएं दुर्गा सहस्त्रनाम का पाठ पाएं अश्वमेघ यज्ञ के समान पुण्य
22 अक्टूबर ( गुरुवार ) - मां कात्यायनी की पूजा |23 अक्टूबर ( शुक्रवार )- मां कालरात्रि की पूजा |
24 अक्टूबर ( शनिवार )- मां महागौरी दुर्गा की पूजा |
25 अक्टूबर ( रविवार )- मां सिद्धिदात्री की पूजा |
नवरात्रि में व्रत रखने और पूजा करने का बहुत महत्व होता है | यदि कोई व्यक्ति नवरात्रों में पूरी श्रद्धा से व्रत रखता है तो व्यक्ति की अंतरात्मा की सफ़ाई हो जाती है और सभी पापों की माफी मिल जाती है | नवरात्रों में मांस और मदिरा ग्रहण करना बिल्कुल वर्जित होता है | माता की उपासना करने से और नौ दिनो तक अखंड ज्योति लगाने से माता की कृपा बनी रहती है | उस व्यक्ति को यां भक्त को कभी धन और सुख की कमी नहीं होती |
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