हिन्दू ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली दोष बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इसके अनुसार व्यक्ति के जीवन में आने वाली समस्याओं का स्थान और भी बढ़ जाता है। कुंडली के विभिन्न दोषों में काल सर्प दोष बहुत ही बुरा दोष माना जाता है। यह दोष व्यक्ति के जीवन में बहुत सी परेशानियों सर्प मूलत: सूर्य, चंद्र और गुरु के साथ राहू के होने को कालसर्प दोष माना जाता है।ज्योतिष के अनुसार अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष लगता है तो उसके जीवन में कई तरह की समस्याएं आती है। कालसर्प दोष वाले लोगों के बनते हुए भी कार्य भी बिगड़ जाते हैं।
काल राहू ग्रह का अधिदेव माना जाता है वही सर्प केतु के अधिदेव है। इन दोनों ग्रहों के बीच जब कुंडली के समस्त ग्रह हों तो 'कालसर्प' दोष की स्थिति उत्पन्न होती हैं। राहू-केतु हमेशा वक्री चाल चलते हैं तथा सूर्य चंद्रमार्गी। इस कारण कुंडली के एक घर में राहु और दूसरे घर में केतु के बैठे होने से अन्य सभी ग्रहों से प्राप्त हो रहें फल असरदार नहीं होतें हैं। इन दोनों ग्रहों के बीच में सभी ग्रह फँस जाते हैं और यह जातक के लिए एक समस्या बन जाती है। इस दोष के कारण फिर काम में बाधा, नौकरी में रूकावट, शादी में देरी और धन संबंधित परेशानियाँ, उत्पन्न होने लगती हैं।
सावन माह में बुक करें शिव का रुद्राभिषेक , होंगी समस्त विपदाएं दूर
कालसर्प दोष कुंडली के 12 भावों में राहू और केतू की उपस्थिति क्रम से कुल 12 प्रकार के काल सर्प योग होते हैं।
1. अनंत कालसर्प योग
2. कुलिक कालसर्प योग
3. वासुकि कालसर्प योग
4. शंखपाल कालसर्प योग
5. पद्म कालसर्प योग
6. महापद्म कालसर्प योग
7. तक्षक कालसर्प योग
8. कारकोटक कालसर्प योग
9. शंखचूड़ कालसर्प योग
10. घातक कालसर्प योग
11. विषधर कालसर्प योग
12 . शेषनाग कालसर्प योग
काल सर्प दोष पूजा - नागवासुकि मंदिर , प्रयागराज
कालसर्प योग दूर करने के उपाय :
- शिवलिंग पर प्रतिदिन जल चढ़ाएं।
- विशेष वस्तुओं से शिव भगवान का रुद्राभिषेक करें ।
- नागपंचमी का व्रत करें एवं पूजन का आयोजन करें ।
- मोर का पंख सदा अपने निवास स्थान पर रखें।
- कुल देवता की उपासना करें।
- प्रतिदिन महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
- हनुमान चालीसा का प्रतिदिन 108 बार जप करें।
- मंगलवार एवं शनिवार को श्रद्धापूर्वक रामचरितमानस के सुंदरकाण्ड का पाठ करें।
यह भी पढ़े :-
Kaal Sarp Dosh - यदि आप या आपके परिवार का कोई सदस्य है काल सर्प दोष से परेशान, तो जरूर पढ़ें !
साढ़े - साती के प्रकोप से बचाव हेतु सावन में करें यह सरल उपाय
Sawan 2020: जाने सावन माह से जुड़ी यह 3 मान्यताएं