Nag PaNchami 2023: साल में केवल एक बार नाग पंचमी पर खुलता है यह मंदिर, जानें इस पवित्र धाम की महिमा
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सावन माह के दौरान शिव मंदिरों में भक्तों का सैलाब दिखने को मिलता है. इस समय सावन में आने वाली नागपंचमी का दिन बेहद महत्वपूर्ण समय होता है क्योंकि उज्जैन के नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर के दरवाजे साल में केवल एक बार नागपंचमी के दिन ही खोले जाते हैं. इस पावन शुभ अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. मान्यताओं के अनुसार नागचंद्रेश्वर के दर्शन मात्र से काल सर्प दोष दूर हो जाता है. भगवान शिव का यह मंदिर साल में केवल एक बार नाग पंचमी पर खुलता है, लाखों भक्त दर्शन का लाभ उठाते हैं
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नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर महत्व
सावन के महीने में भगवान शिव के साथ-साथ उनके प्रिय गण माने जाने वाले नाग देवता की भी पूजा की जाती है. सावन में आनी वाली यह नाग पंचमी बहुत विशेष मानी जाती है. देशभर के शिव मंदिरों में भगवान नाग देवता की पूजा की जाती है. इन मंदिरों में कुछ ऐसे दुर्लभ मंदिर भी हैं जो विश्व प्रसिद्ध हैं. इन्हीं दुर्लभ मंदिरों में शामिल हैं उज्जैन के नागचंद्रेश्वर महादेव. यहां मंदिर के दरवाजे साल में एक बार 24 घंटे के लिए खोले जाते हैं. इस समय पर किया गया पूजन व्यक्ति को सर्प दोष से मुक्ति दिलाने वाला होता है तथा किसी भी प्रकार के काल सर्प की शांति भी इस शुभ दिन पर संपन्न होती है.
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केवल नागपंचमी पर ही क्यों होते हैं दर्शन
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की दूसरी मंजिल पर भगवान नागचंद्रेश्वर महादेव विराजमान हैं. इस मंदिर की महिमा बेहद ही विशेष मानी गई है. यह मंदिर साल में एक बार नाग पंचमी के अवसर पर खोला जाता है. रात 12 बजे संतों के द्वारा पूजा-अर्चना के बाद मंदिर के कपाट खोल दिए जाते हैं.
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इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए दर्शन आरंभ होते हैं. भक्ति नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर का दर्शन करके जीवन में मौजूद हर प्रकार की नकारात्मकता से मुक्ति पाते हैं. इस स्थान की विशेष मान्यता है, यहां एक दुर्लभ प्रतिमा स्थापित है, जिसे देखने के लिए देशभर से श्रद्धालु नाग पंचमी के अवसर पर उज्जैन आते हैं. नागचंद्रेश्वर महादेव का आशीर्वाद लेने से कालसर्प दोष का निवारण हो जाता है. इसके अलावा मनोवांछित फल भी प्राप्त होता है.
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नाग पंचमी के मौके पर नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं का आगमन होता है. श्रद्धालुओं एवं भक्तों में दर्शन की होड़ लगी रहती है., भक्त यहां आकर काल सर्प शातिं इत्यादि पूजा का लाभ उठाते हैं