myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Maa Siddhidatri is the ninth power of Durga Mata

देवी दुर्गा की नौवीं शक्ति हैं माँ सिद्धिदात्री

My Jyotish Expert Updated 02 Apr 2020 08:34 PM IST
माँ सिद्धिदात्री
माँ सिद्धिदात्री
विज्ञापन
विज्ञापन
माँ दुर्गा की उपासना का पर्व नवरात्रि के नवमी तिथि पर माँ सिद्धिदात्री की आराधना की जाती है। देवी सिद्धिदात्री अपने भक्तों को  सभी प्रकार की सिद्धियां प्रदान करती हैं। देवी ब्रह्माण्ड में पूर्ण रूप से विजय प्राप्ति का सामर्थ्य प्रदान करती हैं। देवीपुराण के अनुसार भगवान शिव ने देवी सिद्धिदात्री की कृपा से ही असंख्य  सिद्धियों को प्राप्त किया था। देवी की अनुकम्पा से ही भगवान शिव का आधा शरीर नारी स्वरुप में बदल गया था। जिसके कारण वह लोक में अर्धनारीश्वर के नाम से भी प्रचलित हैं।


नवरात्रि के समापन की पूजा देवी सिद्धिदात्री की आराधना से की जाती है। इस दिन कन्याओं को हलवा पूरी का भोग खिलाया जाता है। नवरात्र के नौ दिनों का उपवास रखने वाले इस दिन कन्या पूजन के बाद अपना व्रत खोलते हैं। देवी सिद्धिदात्री का स्वरूप बहुत ही सौम्य और आकर्षक है। वह चार भुजाओं वाली हैं। उनके दो हाथों में चक्र और गदा है तो बाकि दोनों हाथों में वह शंख और फूल धारण किए हुए हैं। देवी सिद्धिदात्री सिंह की सवारी करती हैं।

हनुमान जयंती पर नौकरी प्राप्ति, आर्थिक उन्नत्ति, राजनीतिक सफलता एवं शत्रुनाशक हनुमंत अनुष्ठान - 8 अप्रैल 2020

प्रत्येक मनुष्य को मां सिद्धिदात्री की कृपा प्राप्त करने का निरंतर प्रयास करना चाहिए । उनकी आराधना की ओर अग्रसर होना चाहिए । देवी की कृपा से भक्त अनंत दुःखों से मुक्ति प्राप्तकर संसार के सभी सुखों के साथ मोक्ष का मार्ग प्राप्त कर सकता है। नवदुर्गाओं में मां सिद्धिदात्री अंतिम हैं। अन्य आठ दुर्गाओं की पूजा उपासना शास्त्रीय विधि-विधान के अनुसार करते हुए भक्त दुर्गा पूजा के नौवें दिन इनकी उपासना करते हैं।
देवी सिद्धिदात्री की कृपा प्राप्ति के पश्चात भक्तों में किसी प्रकार की इच्छा शेष नहीं रह जाती। वह अंतरमन से केवल माँ का ध्यान करता है क्योंकि उसकी सांसारिक सभी इच्छाएं देवी की सिद्धियों से पहले ही पूर्ण हो चुकी होती हैं। नवरात्रि में देवी की पूजा से बहुत लाभ होता है। उसके जीवन की सभी कठिनाइया दूर हो जाती हैं। उसका संसार खुशियों से भर जाता है। घर में सुख शांति और समृद्धि का आगमन होता है।

यह भी पढ़े

जानिए संकट मोचन हनुमान को प्रसन्न करने के अचूक उपाय

जानिए क्यों माँ दुर्गा की उपासना कन्या पूजन के बिना रह जाती है अधूरी

अमोघ शक्ति व फलदायी है माँ दुर्गा का आठवां स्वरुप महागौरी


 

  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X