बॉलीवुड के डिस्को कहे जाने वाले अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती आज यानी 16 जून को अपना 71वां जन्मदिन मना रहे हैं। इनका असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है।
मिथुन का जन्म 16 जून 1950 को मिथुन-चन्द्र लग्न में कोलकाता में हुआ था।
बता दें कि हाल ही में मिथुन दादा ने भाजपा पार्टी में शामिल हो गये है। सन् 1976 में मिथुन दादा ने फिल्म मृग्या से अपने करियर की शुरुआत की। इस फिल्म में उन्हें एक अच्छे और दमदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा भी मिथुन को कई अवॉर्ड से नवाजा गया है। जैसे कि- 1992 में तहदेर और 1995 में फिल्म स्वामी विवेकानंद के लिए नेशनल अवॉर्ड मिलें।
फिर साल 1982 में फिल्म 'डिस्को डांसर' में अपनी एक अलग पहचान बेहतरीन डांसर के रूप में बनाई। जब से मिथुन को 'डिस्को डांसर' के नाम से भी जाना जाता है। इस फिल्मी दुनिया ने मिथुन को एक प्रसिद्ध कलाकार बनाया। इस फिल्मी दुनिया में आने से पहले मिथुन हेलेन के असिस्टेंट थे।
मिथुन की जन्म कुंडली के मुताबिक, लग्न भाव में सूर्य के साथ चंद्रमा होने से अमावस्या योग बनता है। इसी वजह से आप फिल्मी दुनिया से पूर्व नक्सली थे। लेकिन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को जन्म होने से नक्सली नहीं रहें।
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शुक्र को कला और मनोरंजन का कारक माना जाता है। यह ग्रह आप की कुंडली में स्वामी होकर सप्तम दृष्टि से पंचम भाव को बताता है। इसी कारण से आप इस मनोरंजन की दुनिया में छा गए।पंचम भाव में आय भाव का स्वामी चतुर्थ भाव से होकर एकादश में है और शुक्र का साथ मिलने से आपकी आय का साधन कला का क्षेत्र रहा।
भाग्य का स्वामी शनि होने से और गुरु का साथ मिलने से आप भाग्यशाली हुए। इसलिए अपने करियर की दूसरी शुरुआत में भी आप सफल रहे।
पंचांग के अनुसार वर्तमान समय में गुरु का गोचर भ्रमण लग्न से हो रहा है जिसकी स्व दृष्टि यानी सप्तम दृष्टि सप्तम भाव पर होने से व कला के कारक शुक्र पर पंचम दृष्टि होने से मिथुन के लिए यह वर्ष लाभदायक रहेगा।
आप का राशि स्वामी बुध शुक्र की वृषभ होने से मिथुन में कला और मनोरंजन के गुण पाए जाते हैं। सवा 10 कैरेट का पन्ना चांदी में बनवाकर मिथुन को अपने गले में धारण करना चाहिए और साथ ही हीरे की अंगूठी या अंगूठे में पहनना चाहिए। ऐसा करना आप के लिए लाभदायक रहेगा।
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