Masik Durgashtami 2023: सावन माह की मासिक दुर्गाष्टमी कब है, जानें तिथि पूजा विधि, महत्व और मंत्र
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सावन माह की दुर्गाष्टमी का पर्व भक्तों के द्वारा बहुत ही भक्ति एवं उत्साह के साथ मनाया जाता है. सावन माह का समय शिव पूजन एवं देवी शक्ति के पूजन हेतु बहुत ही शुभ माना गया है. ऎसे में सन माह की अष्टमी तिथि का समय दुर्गा उपासकों के लिए अत्यंत ही शुभ होता है. धर्म शास्त्रों के अनुसार देवी का स्वरुप वात्सल्यमयी माता के रुप में भक्तों को शक्ति एवं सुख प्रदान करने वाला होता है. देवी दुर्गा अपने भक्तों के सभी दुःख हर लेती हैं तथा उनकी कृपा से भक्तों का उद्धार हो जाता है.
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दुर्गा अष्टमी के दिन भक्त माता की भक्ति करते हैं तथा उनके निमित्त व्रत का पालन भी करते हैं. सभी भक्त सुख, सौभाग्य और खुशहाली जीवन की प्राप्ति के लिए मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत रखते हैं और विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करते हैं. इस व्रत को स्त्री-पुरुष दोनों कर सकते हैं यह व्रत मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला होता है.
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सावन की दुर्गाष्टमी मुहूर्त
पंचांग के अनुसार सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी 24 अगस्त 2023 के दिन मनाई जाएगी. अष्टमी तिथि का आरंभ 23 अगस्त की मध्य रात्रि के बाद होगा और इसकी समाप्ति 24 अगस्त की मध्य रात्रि के पश्चात होगी. इसलिए दुर्गाष्टमी का व्रत 24 अगस्त के दिन मनाया जा रहा है. सावन माह की दुर्गाष्टमी के दिन आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा की जाती है. शास्त्रों में वर्णित है कि वात्सल्यमयी माँ दुर्गा अपने भक्तों के सभी दुःख हर लेती हैं. उनकी कृपा से भक्तों का उद्धार हो जाता है. विवाहित महिलाएं अपने पति की सुख-सौभाग्य और लंबी उम्र के लिए मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत रखती हैं. विधि-विधान से मां दुर्गा पूजा करने से माता प्रसन्न होती हैं तथा भक्तों को सुखी जीवन का सुख प्रदान करती हैं. जीवन में व्याप्त दुखों और परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए दुर्गाष्टमी का व्रत अवश्य फलदायी होता है.
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अष्टमी दुर्गा पूजन महत्व
मासिक दुर्गाष्टमी पर श्रद्धापूर्वक मां दुर्गा की पूजा करने से विजय श्री का सुख प्राप्त होता है. जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा का पूजन एवं व्रत का पालन भक्तों को शक्ति प्रदान करता है. आदि शक्ति का स्वरुप अत्यंत सुंदर है, देवी आठ भुजाओं वाली, अस्त्र-शस्त्रों से सुशोभित हैं. माता की सवारी सिंह है. मां दुर्गा भक्तों की रक्षा करती हैं तो दुष्टों का विनाश करती हैं. सावन दुर्गाष्टमी का पूजन भक्तों को सुख प्रदान करता है.