myjyotish

6386786122

   whatsapp

8595527218

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Maha Lakshmi Vrat 2023: Worship Goddess Lakshmi regularly on Mahalakshmi Vrat, there will be no financial cris

Maha Lakshami Vrat 2023: महालक्ष्मी व्रत पर नियमित रुप से करें देवी लक्ष्मी का पूजन नहीं रहेगी आर्थिक तंगी

my jyotish expert Updated 23 Sep 2023 10:07 AM IST
Maha Lakshami Vrat 2023
Maha Lakshami Vrat 2023 - फोटो : my jyotish
आर्थिक सुख समृद्धि के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा अत्यंत शुभदायक होती है. देवी का पूजन मन में सकारात्मक ऊर्जा पैदा करने के लिए और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अत्यंत उपयोगी होता है. भाद्रपद माह में लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व रहा है. इस समय पर किया जाने वाला महालक्ष्मी व्रत मां लक्ष्मी जी को समर्पित होता है. इस व्रत की शुरुआत के साथ ही नियमित रुप से माता का पूजन अर्चन करने से सभी प्रकार की आर्थिक विपन्नता दूर होती है. महालक्ष्मी व्रत लगातार सोलह दिनों तक होता है इन सोलह दिनों में वैभव देवी लक्ष्मी जी का पूजन करने की मान्यता है. अगर आप पहली बार महा लक्ष्मी व्रत रख रहे हैं तो जान लें कब और कैसे रखे जाते हैं ये व्रत और क्या है माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने की पूजा विधि.

मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों 

महालक्ष्मी व्रत की महिमा से दूर होंगे कष्ट  
हिंदू धर्म में आज का दिन यानी शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है लेकिन महालक्ष्मी व्रत का विशेष महत्व होता है. ये व्रत भाद्रपद और अश्विन माह में पड़ते हैं. लगातार 16 दिनों तक मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए महा लक्ष्मी व्रत रखे जाते हैं. इस व्रत के दौरान महिलाएं और पुरुष दोनों ही लक्ष्मी जी के लिए व्रत, पूजा-पाठ और मंत्र का जाप कर उपासना करते हैं. इस व्रत को करने से घर में धन, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है.लक्ष्मी व्रत के ये सभी दिन भक्तों को सबसे ज्यादा पुण्य दे सकते हैं. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए ये व्रत बहुत अच्छा और शुभ माना गया है.  महालक्ष्मी व्रत  6 अक्टुबर 2023 तक चलेंगे. महालक्ष्मी व्रत में किए गए कुछ खास उपायों से आप मालामाल हो सकते हैं. यदि अगर आप पूरे सोलह दिन व्रत नहीं सकते हैं तो इन शुभ दिनों में रोज महालक्ष्मी स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए. 
 
गणपति स्थापना और विसर्जन पूजा : 19 सितंबर से 28 सितंबर 2023

महालक्ष्मी व्रत पूजा विधि
इस दिन आप सुबह जल्दी उठें और स्नान करके साफ कपड़े धारण करके पूजा के कार्य आरंभ करने चाहिए. फिर पूजा स्थान को साफ करके एक चौकी रखें. इसके बाद चौकी पर महालक्ष्मी को स्थापित करना चाहिए तथा माता को फल फूल अर्पित करने चाहिए. महालक्ष्मी पूजा में देवी के स्त्रोत क अपाठ अवश्य करना चाहिए. लक्ष्मी पूजन का नियमित पालन करने भक्त अपने जीवन के धन संबंधी कष्ट से निजात अवश्य प्राप्त कर सकता है.

काशी दुर्ग विनायक मंदिर में पाँच ब्राह्मणों द्वारा विनायक चतुर्थी पर कराएँ 108 अथर्वशीर्ष पाठ और दूर्बा सहस्त्रार्चन, बरसेगी गणपति की कृपा ही कृपा सितंबर 2023
 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support


फ्री टूल्स

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X