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ग्रहण के प्रभाव व्यक्तिगत रूप से सभी पर अलग - अलग होतें है। इसके प्रभाव शुभ भी हो सकतें है और अशुभ भी। ग्रहण का समय अपवित्र माना जाता है , जिसके कारण इस समय खाना बनाना या खाना अच्छा नहीं होता है। परन्तु यह नियम बीमार , बुजुर्ग एवं बच्चों पर लागु नहीं होता है। ग्रहण के बाद स्नान आदि जैसे विभिन्न उपायों का बहुत महत्व माना जाता है जिससे ग्रहण द्वारा विकसित दुष्प्रभावों को दूर किया जा सकें।
चंद्र ग्रहण में छोटा सा दान, बनाएगा धनवान : 5 जून 2020
ग्रहण के समय मनुष्य जीवन पर बहुत प्रभावित समय चल रहा होता है। जिसके कारण ग्रहण के दौरान एवं बाद कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरुरी है। ग्रहण के बाद स्नान करना चाहिए , इससे ग्रहण काल की अशुभता समाप्त होती है। ग्रहण के बाद कुछ ख़ास चीज़े जैसे की चावल , दूध , शक्कर , एवं चांदी का दान करना भी बहुत फलदायी होता है। यह सभी वस्तु चंद्रमा के साथ जुड़ाव रखती जिसके कारण इनका दान ग्रहण के प्रभाव को दूर करता है। प्रत्येक वस्तु का दान अपने - आप में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। चावल को पूजा के समय अक्षत के रूप में प्रयोग किया जाता है। चावल के दान से घर - परिवार में धन - धान्य की कोई कमी नहीं रहती है। एवं घर सम्पूर्ण सुख - सुविधाओं से युक्त रहता है।
चंद्र ग्रहण के अवसर पर कराएं चंद्र गायत्री मंत्रों का जाप , घर होगा धन - समृद्धि से संपन्न - 1000 मंत्र : 5 जून 2020
उसी प्रकार अन्य वस्तु जैसे की दूध के दान से माता लक्ष्मी एवं नारायण के आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। इसका महत्व विशेष तौर पर चन्द्रमा के साथ माना गया है। शक्कर के दान से इष्ट देवी - देवताओं के आशीर्वाद प्राप्त होतें है। वही चांदी के दान से कुशल एवं तेज इच्छाशक्ति के साथ ही धन - वैभव में सम्पन्नता आती है। ग्रहण के दौरान चंद्र गायत्री मंत्र का जाप करना भी बहुत शुभ माना जाता है। असंख्य उपायों में से यह कुछ सरल उपायें है जिनको करने से चंद्रग्रहण से होने वाले कष्टों से मुक्ति मिलती है। ग्रहण से जुड़ें नकारातमक प्रभावों के लिए इन वस्तुओं का दान अहम माना जाता है।