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प्रभु श्री गणेश दूर करेंगे अपने भक्तों के सभी कष्ट

My Jyotish Expert Updated 09 Jun 2020 06:34 PM IST
Lord Shree Ganesh will remove all the sufferings of his devotees
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भगवान श्री गणेश महादेव और पार्वती जी के पुत्र हैं। किसी भी शुभ काम या पूजा से पहले श्री गणेश की पूजा की जाती है। संसार के सभी साधनों के देव श्री गणेश को कहा गया है। हाथी का सिर होने के कारण इन्हे गजानन भी कहा जाता है। गणेश जी की पूजा करने वाले संप्रदाय गाणपत्य कहलाते हैं। गणपति आदिदेव हैं, इन्होने हर युग में अवतार लिए हैं। उनकी शारीरिक संरचना में भी विशिष्ट और गहरा अर्थ छुपा हुआ है। शिवमानस में श्री गणेश को प्रणव कहा गया है। उनकी चारों भुजाओं को संस्कार की व्यापकता का प्रमाण माना गया है।


हिन्दू संस्कृति में श्री गणेश का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। ना केवल मनुष्य परन्तु देवता भी अपने कार्यों को बिना विघ्न के संपन्न करने के लिए सर्वप्रथम श्री गणेश  की पूजा करते हैं। बुधवार का दिन श्री गणेश की पूजा के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। गणेश का अभिषेक करने से वह अपने भक्तों से प्रसन्न होकर हर मनोकामना को पूर्ण कर देते हैं। गणेश जी को बूंदी के लड्डू बहुत पसंद है तथा उसे भोग स्वरुप यह चढ़ाने से धन प्राप्ति के योग बनते है।

मान्यताओं के अनुसार किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के बुधवार दिन पर घर में मिट्टी से गणेश जी की मूर्ति बनाई जाती है। तत्पश्चात् मिट्टी से बनी गणेश जी की मूर्ति का विधिवत पूजन किया जाता है। ताजे गन्ने के रस से उनका अभिषेक कर उन्हें 108 दुर्वा अर्पित किए जाते हैं। ऐसा करने से भगवान श्री गणेश भक्तों के जीवन में आ रहे सभी विघ्नों को हर लेते हैं तथा सुखी जीवन का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
भगवान श्री गणेश की पूजा से पहले सदैव ध्यान रखे की उनका आसन पीले रंग के कपड़े से बना हुआ हो। उनकी स्थपना के समय पीले रंग के कपड़े ही अर्पण करें। इनसे सच्चे मन से पूजा कर इच्छापूर्ति की कामना करें। गरीबों को फल दान जरूर करें। ऐसा करने से गणेश जी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते है।

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