ज्योतिष और अंधविश्वास
असल में अंधविश्वास की वजह से ही ज्योतिष का नाम खराब हुआ। असल सच यह है, ज्योतिष और अंधविश्वास का दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। ज्योतिष ने हमेशा रास्ता दिखाया है और अंधविश्वास रास्ता भटकाता है। आप ज्योतिष का अर्थ इसी बात से पता कर सकते है कि ज्योतिष यानि ज्योति अर्थात् प्रकाश, और प्रकाश तो हमेशा सही रास्ता दिखाता है। ज्योतिष शास्त्र का अर्थ है सौर मण्डल में प्रकाश पिंडों की गतिविधि बताने वाला शास्त्र। ये हमारे शास्त्रों में लिखा हुआ है कि मनुष्य का सीधा संबंध ब्रह्माण्ड में ग्रहों से होता है। जब जब ग्रहों नक्षत्रों की चाल बदलेगी तब तब मनुष्य के जीवन में परिवर्तन आयेगा।
ग्रहों का जीवन पर प्रभाव
प्रचीनकाल में हमारे ऋषि-मुनियों ने शोध कर पाया कि ग्रहों- नक्षत्रों का प्रभाव मनुष्य पर पड़ता है और ये सारी गणना गणितीय सूत्रों के आधार पर आज भी की जाती है जिसे आप कुंडली पर भी देख सकते हैं। वैज्ञानिक आधार पर लोगों को समझना होगा कि ग्रहों और नक्षत्रों की चाल से मनुष्य अपने कर्म करता है। गणितीय सूत्रों की मदद से ही जन्म कुंडली की तिथि के साथ मिलान करने पर ही ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति का पता लगाया जाता है। अगर की समस्या है तो उसके आधार पर ही सही परामर्श दिया जाता है।
कैसे बचें अंधविश्वास से
अंधविश्वास से बचने का एकमात्र तरीका है जागरूगता, आपको ये समझना होगा असल में ज्योतिष क्या करता है? साथ ही आपको ऐसे बाबा और नक्कालों से बचना होगा जो आपको ज्योतिष के नाम पर अंधविश्वास में ढकेल देते हैं। इसके लिए आप अच्छी वेबसाइट की मदद लें, जहां महान ज्योतिषाचार्य ऑनलाइन परामर्श देते हैं।