सावन माह में भोलेनाथ को प्रसन्न करने हेतु काशी में कराएं रुद्राभिषेक - 04 जुलाई से 31 अगस्त 2023
काँवड़ शिवलिंग जलाभिषेक
कांवर यात्रा के दौरान, भक्त भारत के गंगा घाटों, मुख्य रूप से हरिद्वार, काशी, ऋषिकेश और अन्य स्थानों से पवित्र जल लाते हैं. यह यात्रा बाबा भोलेनाथ के भक्त बड़े उत्साह से करते हैं. इस यात्रा में भक्त कांवर में जल भरते हैं और यात्रा के दौरान इस जल को अपने शहरों, गांवों और प्रसिद्ध मंदिरों में शिवलिंग पर चढ़ाते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. भक्त कई तरह की कांवर लेकर अपनी यात्रा करते हैं. भक्त अपनी क्षमता के अनुसार सामान्य कांवर, डाक कांवर, खड़ी कांवर, दांडी कांवर आदि के रूप में कांवर चुनकर अपनी यात्रा शुरू करते हैं.
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कांवर का जल कब चढ़ाया जाएगा
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी यानी सावन शिवरात्रि पर भक्त शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं. इस साल कांवर यात्रा 4 जुलाई से शुरू हुई, जो 15 जुलाई को खत्म होगी. इसलिए इस साल 15 जुलाई 2023 को सावन शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाएगा. सावन शिवरात्रि यानी 15 जुलाई को सुबह 8 बजकर 32 मिनट से 10 बजकर 8 मिनट तक भगवान का जलाभिषेक करना शुभ रहेगा. इस दिन भक्तों को मासिक शिवरात्रि के साथ प्रदोष व्रत का भी लाभ मिलेगा.
लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए इस सावन सोमवार उज्जैन महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में कराएं रुद्राभिषेक 04 जुलाई से 31अगस्त 2023
सावन की शिवरतरि के दिन किय अजाने वाला शिवलिंग अभिषेक जीवन को शुभता देने के साथ साथ सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला माना गया है. महादेव का आशीर्वाद सभी भक्त इस दिन प्राप्त कर पाते हैं और जीवन की मुश्किलों से निकल कर शुभता का जीवन पाते हैं.