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Home ›   Blogs Hindi ›   Kalashtami 2020: Don't forget this work even on Kalashtami day

Masik Kalashtami 2020: कालाष्टमी के दिन भूलकर भी न करें ये काम

Sneha SinghSneha Singh Updated 08 Jun 2020 07:41 PM IST
Kalashtami 2020: Don't forget this work even on Kalashtami day
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कालाष्टमी का पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन कालभैरव की उपासना की जाती है। इस माह यह पर्व 13 जून को मनाया जाएगा। कालाष्टमी के दिन माँ काली और माँ दुर्गा की आरधना का विधान है। कालाष्टमी की पूजा के लिए भक्तों द्वारा व्रत भी धारण किए जातें है। कालभैरव महाकाल का विनाशकारी रूप है , जो पापियों के अंत करने वाले के रूप में जाना जाता है। इस दिन बाबा भैरव की कथा को पढ़ने का बहुत महत्व माना जाता है। कालाष्टमी के दिन पूर्ण विधि - विधान से कालभैरव की उपासना करने वाले को कष्टों का सामना नहीं करना पड़ता है। प्रत्येक पूजा में कुछ विशेष कार्य करने की महत्वता होती है , उसी प्रकार कुछ कार्यों को न करने की भी मान्यताएं होती है।



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कालाष्टमी के दिन भी इसी प्रकार कुछ कार्यों को करने से मना किया जाता है।


*कालाष्टमी के पावन दिन पर असत्य यानी की झूठ नहीं बोलना चाहिए , झूठ बोलने स्वयं व्यक्ति का नुकसान होता है।
*इस दिन महाकाल एवं माता पार्वती की आराधना के बिना कालभैरव का पूजन नहीं करना चाहिए।
*कालभैरव की पूजा , किसे के विनाश की सोच के साथ नहीं करनी चाहिए।
*कालाष्टमी के दिन व्रत रखा जाता है।  इसलिए इस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए , अगर जरुरत पड़े तो सेंधा नमक का उपयोग कर सकतें है।

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* घर बिलकुल भी गन्दा न रखें , इस दिन घर की साफ़ - सफाई का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।
*किसी भी बड़े व्यक्ति , माता - पिता या गुरु का अनादर कालाष्टमी के दिन नहीं करना चाहिए।
* कालाष्टमी के दिन कालभैरव की प्रसन्नता के लिए भक्तों द्वारा उपवास रखा जाता है , इसलिए इस दिन बिना अन्न ग्रहण किए फलहार का सेवन ही करना चाहिए।

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*इस दिन किसी भी पशु - पक्षी को कैद में नहीं रखना चाहिए।
*कुत्ता कालभैरव की सवारी है , इसलिए किसी भी कुत्तें को कालाष्टमी के दिन पीड़ा नहीं पहुचानी चाहिए।
*गृहस्थ लोगों को कालाष्टमी के दिन कालभैरव की तामसिक पूजा नहीं करनी चाहिए।

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