हम सभी कालसर्प दोष से परिचित हैं। इसे लेकर हमारे समाज में बहुत सारे भय और शंकाए व्याप्त हैं। हर व्यक्ति कालसर्प दोष को बुरा मानता है व इससे भयभीत रहता है। लेकिन वास्तविक रूप में ये है क्या, इस बात का ज्ञान शायद ही किसी को हो। सही ज्ञान न होने के कारण हर व्यक्ति ढेरों गलत उपाय करते रहते हैं जिससे उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ता है। यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो इससे परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, आप आसान उपायों के द्वारा भी इससे मुक्ति पा सकते हैं।
क्या है कालसर्प दोष
कालसर्प दोष हमारी कुंडली में ग्रहों की एक विशेष स्थिति होती है। जब राहू व केतु के बीच में अन्य ग्रह आते हैं तो कालसर्प योग की स्थिति होती है। वहीं जब केतु व राहू के बीच ग्रह आते हैं तब इस योग का असर नहीं होता है। राहू ग्रह का अधिदेवता ‘काल’ है व केतु का ‘सर्प’। इन दोनों ग्रहों के बीच कुंडली में बाकी के सभी ग्रह होने पर ही कालसर्प दोष होता है। इनकी स्थितियों के आधार पर कालसर्प दोष 12 प्रकार के होते हैं। आपकी कुंडली में किस प्रकार का कालसर्प दोष है यह जानने के लिए किसी योग्य ज्योतिषाचार्य से अपनी कुंडली अवश्य दिखाएं। 12 कालसर्प योग इस प्रकार हैं-
सावन माह में बुक करें शिव का रुद्राभिषेक , होंगी समस्त विपदाएं दूर
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अनंत कालसर्प योग
ऐसे व्यक्ति को प्रेम विवाह से जुड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यह योग बीमारियों का भी कारण है साथ ही मानसिक रोग भी होने की संभावना रहती है।
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कुलिक कालसर्प योग
यह दोष होने पर खराब स्वास्थ्य के साथ साथ वैवाहिक जीवन में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
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वासुकि कालसर्प योग
यह योग जातक के जीवन में नौकरी व रोजगार संबंधित समस्याएं लाता है। यह पितृदोष को भी दर्शाता है।
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शंखपाल कालसर्प योग
इस दोष में व्यक्ति बुरी संगति में पड़कर बुरे कार्य करता है व अपना जीवन कष्टमय बनाता है। ऐसे लोगों को चोरी की बुरी लत लग जाती है।
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पदम कालसर्प योग
इस कालसर्प योग से ग्रसित जातक को संतानहीनता का सामना करना पड़ता है।
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महापदम कालसर्प योग
इसमें पति पत्नी को एक दूसरे से दूर रहना होता है। इससे ग्रसित जातक एक लम्बा समय विदेश में रहने के बाद भी कोई लाभ प्राप्त नहीं कर पाते।
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तक्षक कालसर्प योग
इस योग के लोग की लम्बाई कम होती है व अत्यधिक मोटापा भी होता है। मानसिक दुर्बलता भी इसका प्रमुख लक्षण है।
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कारकोटक कालसर्प योग
इस योग के परिणामस्वरूप जातक को बचपन से ही कष्ट का सामना करना पड़ता है। वह कई बार अपने माता पिता का प्रेम नहीं पाते हैं।
काल सर्प दोष पूजा - नागवासुकि मंदिर , प्रयागराज
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शंखचूड़ कालसर्प योग
इस दोष की वजह से जातक के भाग्य में ग्रहण लग जाता है। उसके हर प्रयास विफल हो जाते हैं। किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त नहीं होती।
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घातक कालसर्प योग
ऐसे जातक के माता पिता से संबंध अच्छे नहीं होते। इस दोष के प्रबल होने पर जातक के माता पिता का देहांत हो जाता है।
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विषधर कालसर्प योग
ऐसे व्यक्ति को बार बार नौकरी व रोजगार के कारण इधर उधर जाना पड़ता है। उसके जीवन में स्थायित्व नहीं आता है।
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शेषनाग कालसर्प योग
यह दोष व्यक्ति को आत्महत्या के लिए प्रेरित करता है।
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