नाग पंचमी का महत्व व पूजा विधि -
नाग पंचमी पर नागों की पूजा करने से आपको संतान की प्राप्ति भी हो सकती है और अगर आप यह जाप रोज करते हैं तो आपको यह बहुत लाभदायक होने वाली है तो जाप यह है कि ऊँ कुरुकुल्ये हुं फट स्वाहा। अगर आप यह जाप रोज पढ़ते हैं तो वह बहुत शुभ माना जाता है। अगर आप राहु या केतु की बुरी दशा से गुजर रहे हैं तो यह पूजा या यह मंत्र आपको बहुत फल देगी और साथ ही साथ आपके सारे दुख दूर कर देगी।चलिए जानते हैं किस ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है कौन सा नाग
तो इसका उत्तर है कि सूर्य का प्रतिनिधित्व अनंतनाग करता है और उसी तरह चंद्रमा का वासुकी और भोम का रक्षक करता है और तो और बुध का करता है कर कोटक. चलिए जानते हैं नाग पंचमी की पूजा कैसे करते हैं ऐसा माना गया है कि इस दिन आपका जो घर का दरवाजा है उसके दोनों तरफ उनको बस से नाग का चित्र बना देते हैं और उस समय उनकी कथा पढ़ी जाती है और पूजा भी उसी समय करी जाती है. नाग पंचमी की कथा यह है कि एक बार मणिपुर में एक किसान रहता था उसने एक बार 3 नागिन के बच्चों को गलती से मार दिया था और उनके फोन चले गए थे उसी समय नागिन उस किसान मैं उसके सारे परिवार को ढक लिया था पर आखिर में उसकी एक पुत्री बची थी जब नागिन उस पुत्री को ढकने जा रही थी तो कुछ कन्या ने नागिन को एक दूध का कटोरा दिया जिससे वह नागिन खुश हुआ और उस कन्या भी दया खाकर उसने यह निर्णय लिया कि उसे माफ किया जाए तो इसीलिए उस नागिन में कन्या को छोड़ दिया और साथ ही साथ उसके सारे परिवार को पुनर्जीवित भी कर दिया और तब ही से नाग पंचमी को इतना और पवित्र माना जाता है हिंदू धर्म में और उस समय वह नागों की सुरक्षा के लिए आशीर्वाद भी देती थी तो नाग पंचमी का दिन नागों की सुरक्षा के लिए भी माना जाता है तो इसी तरह तब से अब तक नाग पंचमी का कितना महत्व है और इसे अब ही मनाया जाता है।आपके स्वभाव से लेकर भविष्य तक का हाल बताएगी आपकी जन्म कुंडली, देखिए यहाँ