myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Gehlot pilot converse problems solution kundali analysis horoscope

मंत्रीमंडल विस्तार से ख़त्म होगी गहलोत और पायलट गुट की कलह? जानें क्यों नहीं मिलती दोनों की कुंडली

My jyotish expert Updated 24 Nov 2021 02:10 PM IST
Astrology
Astrology - फोटो : Myjyotish
विज्ञापन
विज्ञापन
राजस्थान की राजनीति में पिछले तीन सालों तक गरमा-गरमी रही। इसी बीच अब राजस्थान में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है। सभी के मन में एक ही सवाल है क्या इससे अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट के बीच रस्साकसी जारी रहेगी या कम होगी?

मंत्रिमंडल विस्तार का बड़े लम्बे अरसे से इंतज़ार था। जिसका अंत रविवार को राजभवन कैबिनेट में 11 और 4 राज्य मंत्रियों के शपथ ग्रहण के साथ हुआ। लेकिन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट के बीच मनमुटाव किसी से छिपा नहीं है। 

स्रोतों से प्राप्त दोनों दिग्गज नेताओं की कुंडली के आधार पर ज्योतिषी दोनों की कुंडली को सराहते हैं। अशोक गहलोत जी का जन्म तीन मई, 1951 को जोधपुर में हुआ जिस कारण उनकी राशि मीन है। मीन राशि के जातक अधिकांशतः उत्कृष्ट व्यक्तित्व के धनी होते हैं। वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार, सचिन पायलट का जन्म सहारनपुर में सात सितम्बर 1977 को हुआ। उनकी जन्म राशि मिथुन है। 

गुणों की बात की जाए तो दोनों ही व्यक्तियों का वर्ण अनुशंसित है। जिसके कारण वे एक-दूसरे का विरोध स्पष्ट रूप से नहीं करते है। परन्तु, दोनों के मैत्री कूट में बहुत अंतर है। मैत्री कूट (जो कि मनोवैज्ञानिक स्वभाव, बौद्धिक गुणों का प्रतिनिधित्व करता है) विपरीत होने के कारण दोनों में विरोधाभास रहता है। ज्योतिष के अनुसार, यही एक मुख्य कारण है जो दोनों में मतभेद उत्पन्न करता है।

पायलट की कुंडली में बुध व शनि सूर्य के घर में हैं, जहाँ सूर्य पूर्व में ही विराजित हैं। यह घर शनि के शत्रु का घर होने के कारण शनि का दुष्प्रभाव पड़ता है। लेकिन, तीन शुभ ग्रह एक ही घर में होने के कारण अशोक गहलोत की कुंडली में राजयोग स्पष्ट है। सचिन जी की कुंडली में शुक्र के शत्रु के घर में होने के कारण उन्हें विपरीत व्यवहार करना पड़ा। 

परन्तु, अब दशाओं में परिवर्तन के साथ ही सचिन पायलट गुट के चार विधायकों को मंत्री मण्डल में स्थान मिला है। अगले माह की चार तारीख़ को होने जा रहे सूर्य ग्रहण के प्रभाव के कारण दोनों के बीच मतभेद कम होने के फ़िलहाल तो कम आसार हैं। लेकिन, अगले वर्ष सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के बाद दोनों के बीच सुलह भी हो सकती है।
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X