भगवान गणेश को 108 नामों से जाना जाता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि हाथी के नेतृत्व वाले भगवान श्री गणेश ने समय-समय पर आठ अलग-अलग अवतार लिए हैं। देवता ने इन अवतारों को मनुष्य की आठ कमजोरियों को हराने के लिए लिया गया है । यह दोष, अहंकार, इच्छा, क्रोध, लोभ, भ्रम, प्रमाद और ईर्ष्या थे। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से प्रत्येक अवतार में एक प्रतीकात्मक कार्य होता है। आइए इन में से कुछ अवतारों को आज हम जानतें है।
- वक्रतुंड :-
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- एकदन्त :-
- महोदरा :-
- गजानना :-
मोटा गणेश मंदिर, कोलकाता में गणेश चतुर्थी पर कराएं गणपति जी का अथर्वशीर्ष पाठ एवं हवन - 22 अगस्त 2020
- लंबोधरा :-क्रोध के राक्षस को मिटाने के लिए भगवान गणेश ने यह अवतार लिया। किंवदंतियों के अनुसार, समुंद्रमंथन के दौरान जब भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया था, तो भगवान शिव आवेश में आ गए थे। यह देखते ही विष्णु ने तुरंत अवतार त्याग दिया। भगवान शिव क्रोधित हो गए और उनकी निराशा से एक भयानक दानव नाम क्रोधासुर पैदा हुआ। इसी का वध करने श्री गणेश ने यह अवतार लिया था।
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