जानिए केसर श्रीखंड( Kesar Shrikhand) बनाने की पूरी सामग्री के बारे में
1) दो बड़ा चम्मच दूध
2) एक छोटी कटोरी फुल क्रीम
3) एक कटोरी ताजा पनीर
4) एक चौथाई (1/4) टेबलस्पून केसर
5) एक चौथाई (1/4) दही
6) एक चम्मच पिस्ग ( छोटे-छोटे टूकड़े )
7) चीनी स्वाद अनुसार डालें
इस प्रकार बनाए केसर श्रीखंड
केसर श्रीखंड बनाने के लिए पहले फेटें हुए दही को सूती कपड़े में रखकर अच्छे से नीचोड़ लें और दही को बर्तन में रख दें। फिर दूध को दूसरे बर्तन में चीनी और पिस्ता अच्छे से मिलाकर फ्रिज के अंदर दो से तीन घंटों के लिए रख दें। उस के बाद निचोड़े हुए दही, क्रीम और पनीर को एक मिक्सी में डालकर बढ़िया से पीस लें। फिर दो तीन घंटे बाद फ्रिज से दूध और पिस्ते का मिश्रण निकालकर उसमें पिसा हुआ दही,क्रीम और पनीर डालकर उसे अच्छे से मिलाकर छोटे छोटे पिस्ते के टूकड़ो से उसे सजा दें। और हो गया गणेश चतुर्थी( Ganesh chthurthi) का स्पेशल भोग तैयार। अब आप इसका स्वादिष्ट केसर श्रीखंड को घर पर बनाए को गणेशजी को भोग लगाए और उन्हें प्रसन्न करें।
आखिर गणेश चतुर्थी( Ganesh Chthurthi) पर क्यों लगाया जाता है केसर श्रीखंड का भोग
माना जाता है कि गणेश जी को केसर श्रीखंड ( Kesar Shrikhand) काफी पंसद है और प्रचीन समय से ही गणेशजी को श्रीखंड का भोग लगाया जाता है। हालांकि गणेशजी को मोदक भी भोग के रूप में चढ़ाया जाता है। लेकिन महाराष्ट्र और मुंबई में श्रीखंड और मोदक दोनों का ही भोग लगाया जाता है। अब यह तो भक्तों पर निर्भर करता है कि वह गणेश चतुर्थी ( Ganesh chthurthi) पर किस का भोग लगाते हैं वैसे बप्पा को मोदक और केसर श्रीखंड दोनों बेहद पंसद है। तो आप भी गणेश जी को घर लेकर आए और स्वादिष्ट केसर श्रीखंड या मोदक का भोग लगाए। जैसे गणेश जी की पूजा अर्चना समय और मुहुर्त के अनुसार करना जरूरी है उतना ही भोग के प्रसाद का स्वादिष्ट और अच्छा होना अवश्यक है। तो केसर श्रीखंड का भोग बनाते समय सभी सामग्री का ठीक से उपयोग करें।
केसर श्रीखंड भोग के फायदे
स्वास्थ्य को जो चीज बेहतर बनाती है वह तो शत प्रतिशत फायदेमंद होती है। इसी प्रकार यदि कोई दूध दही का सेवन करता है तो आमतौर पर उस व्यक्ति को अनेकों बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए हरी सब्जियाँ, पोषण युक्त भोजन और दूध दही आदि बहुत आवश्यक होती हैं। आपको बता दें कि श्री खंड का भोग दूध, दही, पनीर और केसर जैसी सामग्री से मिलकर बनता है। जो स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है और श्री खंड का भोग बप्पा (गणेशजी) को भी बहुत प्रिय है।