हिंदू धर्म के अनुसार सभी देवी देवताओं से जुड़े त्योहार हमेशा खास और महत्त्वपूर्ण होता है और बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है ।इन खाश मौकों पर भगवान के पसंदीदा अलग - अलग प्रकार के पकवान और व्यंजन बनाए जाते है और भगवान को उनका पसंदीदा भोग लगाया जाता है । माना जाता है की भगवान को उनका पसंदीदा भोग लगाने से वो मनोकामना पूर्ण करते है और भक्तो पे अपनी कृपा दृष्टी बनाए रखते है। धार्मिक किताबो में भोग से जुड़ी बहुत सारी बाते बताई गई है। यहां हम जानेंगे की भगवान गणेश का पसंदीदा भोग क्या है और उसे गणेश चतुर्थी के खाश अवसर पर लगाने से आपको क्या लाभ होगा ।
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भगवान गणेश का पसंदीदा भोग
माना जाता है की भगवान गणेश को मोदक का भोग अति प्रिय है। गणपत्यथर्वशीर्ष में तो यहां तक लिखा है कि, गणपत्यथर्वशीर्ष में तो यहां तक लिखा है कि, “ यो
मोदकसहस्त्रेण यजति स वांछितफलमवाप्नोति।" यानी जो भक्त गणेश को को एक हजार मोदक का भोग लगाया है गणेश जी उसे मन चाहा फल प्रदान करते है यानी उनकी मुरादें पूरी करते है । गणेश जी को मोदक पसंद होने के कुछ कारण भी है कहते है की गणेश जी का एक टूटा हुआ दांत है जिसकी वजह से गणेश जी एक दंत भी कहलाते है। मोदक तलकर और स्टीम करके दो तरह से बनाया जाता है। दोनो तरह से मोदक मुलायम ही बनता है और मुख में आसानी से घुल जाता है और टूटे दांत होने के बावजूद गणेश जी आसानी से खा लेते है इसीलिए गणेश जी को मोदक बहुत पसंद है
गणेश पुराण के अनुसार देवताओं ने अमृत से बना मोदक माता पार्वती को भेट में दिया। गणेश जी ने जब अपनी माता पार्वती से मोदक के गुणों को जाना तो उसे खाने को इच्छा हुई और उन्होंने चतुराई पूर्वक इस मोदक को प्राप्त कर लिया। मोदक को खाने के बाद गणेश जी को अपार संतुष्टि हुई तब से मोदक गणेश जी का प्रिय हो गया।
गणपति बप्पा का प्रिय भोग नारियल मोदक बनाने को सामग्री :
1 कप नारियल का पाउडर
1/2 कप कंडेंस्ड मिल्क
1 टीस्पून इलायची पाउडर
1 टेबलस्पून बारीक कटा काजू
1 छोटी कटोरी घी
नारियल मोदक बनाने की विधि :
नारियल का मोदक बनाने के लिए सबसे पहले एक कढ़ाई ले उसे मीडियम आंच पर रखे उसमे घी डाले और गर्म करे।
घी अच्छे से गर्म होने के बाद उसमे नारियल पाउडर डाले और 10 सेकेंड तक चलाते हुए भूनें।
तय समय के बाद उसमे कंडेंस्ड मिल्क डालकर अच्छे से मिलाएं और लगातार चलाते हुए 1-2 मिनट तक पकाएं।
अब इलायची पाउडर डालकर मिलाएं और आंच बंद कर दें।
इसे कुछ देर ठंडा होने के लिए रख दें।
ठंडा होने के बाद इसे मोदक के सांचे में घी और मिश्रण के बीच में काजू या कोई अन्य सुखा फल डाल के सांचा बंद कर दें।
अब आपके नारियल के मोदक तैयार हैं।
इन्हे पूजा वाले पात्र में सजा के भगवान गणेश को भोग लगाए ।
आप चाहे तो इसमें गुड भी दल सकते है ।
भगवान गणपति को मोदक भोग लगाने का लाभ
भगवान गणेश को मोदक अति प्रिय है इसी वजह से जब हम उन्हे भोग के रूप में मोदक का भोग लगाते है तो वे बड़े प्रसन्न होते है और अपने भक्तो को मनचाहा वरदान देते है । माना जाता है की चतुर्थी के पावन अवसर पर भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाना अति उत्तम और लाभकारी होता है इससे आपके घर में शुभ कार्य की शुरुआत हो सकती है। आपको सुख शांति और खुशी की प्राप्ति होगी। मोदक का अर्थ ही होता है आनंद देने वाला गणेश जी मोदक खाकर आनंदित होते है और भक्तों को आनंदित करते है ।
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