इस पितृ पक्ष गया में कराएं श्राद्ध पूजा, मिलेगी पितृ दोषों से मुक्ति : 20 सितम्बर - 6 अक्टूबर 2021
आइए जानते हैं गणेश जी के प्रभावशाली नाम और उनके पीछे उनका मतलब
1. गणाध्यक्ष – सभी लोगों के मुखिया
2. गणपति – सभी गणों के लीडर
3. गौरीसुत – माता गौरी के बेटे
4. लम्बकर्ण – बड़े कान वाले
5. लम्बोदर – बड़े पेट वाले
6. महाबल – अत्यधिक बलशाली
7. महागणपति – देवादिदेव
8. महेश्वर – सारे ब्रह्मांड के भगवान
9. मंगलमूर्ति – सभी शुभ कार्यों के देव
10. मूषकवाहन – जिनका सारथी मूषक है
11. बालगणपति – सबसे प्रिय बालक
12. भालचन्द्र – जिसके मस्तक पर चंद्रमा हो
13. बुद्धिनाथ – बुद्धि के भगवान
14. धूम्रवर्ण – धुंए के समान रंग वाले
15. एकाक्षर – एकल अक्षर
16. एकदन्त – एक दांत वाले
17. गजकर्ण – हाथी की तरह कानों वाले
18. गजानन – हाथी के मुख वाले भगवान19. गजवक्र – हाथी की सूंड वाले
20. गजवक्त्र – हाथी की तरह मुंह है
21. देवादेव – सभी भगवान में सर्वोपरि
22. देवांतकनाशकारी – बुराइयों और असुरों के विनाशक
23. देवव्रत – सबकी तपस्या स्वीकार करने वाले
24. देवेन्द्राशिक – सभी देवताओं की रक्षा करने वाले
25. धार्मिक – दान देने वाले
26. दूर्जा – अपराजित देव
27. द्वैमातुर – दो माताओं वाले
28. एकदंष्ट्र – एक दांत वाले
29. ईशानपुत्र – भगवान शिव के बेटे
30. गदाधर – जिनका हथियार गदा है
31. अमित – अतुलनीय प्रभु
32. अनन्तचिदरुपम – अनंत और व्यक्ति चेतना वाले
33. अवनीश – पूरे विश्व के प्रभु
34. अविघ्न – बाधाएं हरने वाले
35. भीम – विशाल
36. भूपति – धरती के स्वामी
37. भुवनपति – देवों के देव।
38. बुद्धिप्रिय – ज्ञान के दाता
39. बुद्धिविधाता – बुद्धि के मालिक
40. चतुर्भुज – चार भुजाओं वाले
41. निदीश्वरम – धन और निधि के दाता
42. प्रथमेश्वर – सब देवों में प्रथम
43. शूपकर्ण – बड़े कान वाले देव
44. शुभम – सभी शुभ कार्यों के प्रभु
45. सिद्धिदाता – इच्छाओं और अवसरों के स्वामी
46. सिद्दिविनायक – सफलता के स्वामी
47. सुरेश्वरम – देवों के देने
48. वक्रतुण्ड – घुमावदार सूंड वाले
49. अखूरथ – जिसका सारथी मूषक है
50. अलम्पता – अनन्त देव
51. क्षिप्रा – आराधना के योग्य
52. मनोमय – दिल जीतने वाले
53. मृत्युंजय – मौत को हराने वाले
54. मूढ़ाकरम – जिनमें खुशी का वास होता है
55. मुक्तिदायी – शाश्वत आनंद के दाता
56. नादप्रतिष्ठित – जो नादब्रह्म को प्रतिष्ठित करते हैं
57. नमस्थेतु – सभी बुराइयों पर विजय प्राप्त करने वाले
58. नन्दन – भगवान शिव के पुत्र
59. सिद्धांथ – सफलता और उपलब्धियों के गुरु
60. पीताम्बर – पीले वस्त्र धारण करने वाले
61. गणाध्यक्षिण – सभी पिंडों के नेता
62. गुणिन – सभी गुणों के ज्ञानी
63. हरिद्र – स्वर्ण के रंग वाले
64. हेरम्ब – मां का प्रिय पुत्र
65. कपिल – पीले भूरे रंग वाले
66. कवीश – कवियों के स्वामी
67. कीर्ति – यश के स्वामी
68. कृपाकर – कृपा करने वाले
69. कृष्णपिंगाश – पीली भूरी आंख वाले
70. क्षेमंकरी – माफी प्रदान करने वाला
71. वरदविनायक – सफलता के स्वामी
72. वीरगणपति – वीर प्रभु
73. विद्यावारिधि – बुद्धि के देव
74. विघ्नहर – बाधाओं को दूर करने वाले
75. विघ्नहर्ता – विघ्न हरने वाले
76. विघ्नविनाशन – बाधाओं का अंत करने वाले
77. विघ्नराज – सभी बाधाओं के मालिक
78. विघ्नराजेन्द्र – सभी बाधाओं के भगवान
79. विघ्नविनाशाय – बाधाओं का नाश करने वाले
80. विघ्नेश्वर – बाधाओं के हरने वाले भगवान
81. श्वेता – जो सफेद रंग के रूप में शुद्ध हैं
82. सिद्धिप्रिय – इच्छापूर्ति वाले
83. स्कन्दपूर्वज – भगवान कार्तिकेय के भाई
84. सुमुख – शुभ मुख वाले
85. स्वरूप – सौंदर्य के प्रेमी
86. तरुण – जिनकी कोई आयु न हो
87. उद्दण्ड – शरारती
88. उमापुत्र – पार्वती के पुत्र
89. वरगणपति – अवसरों के स्वामी
90. वरप्रद – इच्छाओं और अवसरों के अनुदाता
91. प्रमोद – आनंद
92. पुरुष – अद्भुत व्यक्तित्व
93. रक्त – लाल रंग के शरीर वाले
94. रुद्रप्रिय – भगवान शिव के चहेते
95. सर्वदेवात्मन – सभी स्वर्गीय प्रसाद के स्वीकर्ता
96.सर्वसिद्धांत – कौशल और बुद्धि के दाता
97. सर्वात्मन – ब्रह्मांड की रक्षा करने वाले
98. ओमकार – ओम के आकार वाले
99. शशिवर्णम – जिनका रंग चंद्रमा को भाता हो
100. शुभगुणकानन – जो सभी गुणों के गुरु हैं
101. योगाधिप – ध्यान के प्रभु
102. यशस्विन – सबसे प्यारे और लोकप्रिय देव
103. यशस्कर – प्रसिद्धि और भाग्य के स्वामी
104. यज्ञकाय – सभी यज्ञ स्वीकार करने वाले
105. विश्वराजा – संसार के स्वामी
106. विकट – अत्यंत विशाल
107. विनायक – सब के भगवान
108. विश्वमुख
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