संतोषी माता हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वह देवी हैं जिनका शुक्रवार का व्रत किया जाता है। संतोषी माता के पिता का नाम गणेश और माता का नाम रिद्धि-सिद्धि है। माना जाता है कि जो भी व्यक्ति 16 शुक्रवार का व्रत रखता है उसकी मन की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और घर परिवार में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है।
संतोषी माता अगर अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाती हैं तो वह उसके कार्य में सफलता दिलाती हैं और उसको सभी परेशानियों और तनाव से दूर रखती है। लेकिन अगर संतोषी माता अपने भक्तों से रुष्ट हो जाए तो बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो भूल कर भी इन चीजों का इस्तेमाल ना करें।
- जो भी व्यक्ति संतोषी माता का व्रत रखता है उसको व्रत में खट्टे फल और अचार का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि व्यक्ति खट्टी चीजों का सेवन करता है तो संतोषी माता रुष्ट हो जाती है और घर में अशांति रहती है।
- संतोषी माता उसी घर में आती हैं जिस घर में सफाई होती है। अगर आपके घर में सफाई नहीं है तो संतोषी माता आपके व आपके घर के ऊपर कृपा नहीं करेंगी, बल्कि आप से रुष्ट हो जाएंगी और आप पर बुरे प्रभाव पड़ेंगे ।
- इस बात का ध्यान जरूर रखें कि अगर आप संतोषी माता का व्रत रखना चाहते हैं तो उसको पूरा करना भी बहुत ही जरूरी है। अगर आप 16 शुक्रवार का व्रत बोलते हैं तो आपको को पूरे ही करने पड़ेंगे वरना संतोषी माता बहुत नाराज हो जाएंगी और आपके जीवन में अनेक परेशानियां आएंगी।
- संतोषी माता के व्रत के दिन मांस मछली और मदिरा का सेवन बिल्कुल वर्जित है।
- भूलकर भी शुक्रवार के दिन तुलसी के पत्ते कभी भी ना तोड़े ।
- माना जाता है कि संतोषी माता के व्रत के दिन चावल का सेवन वर्जित होता है।
- संतोषी माता के व्रत के दिन बाल दाढ़ी और नाखून नहीं काटने चाहिए ।
- प्याज लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
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