सर्वार्थ सिद्धि योग में नवग्रह पूजन से बनेंगे आपके सभी रुके हुए काम, मुफ़्त में पूजन हेतु रजिस्टर करें
1. अगर आपकी कुंडली में शुक्र, चंद्र, सूर्य, शनि, राहु और बुध का दोष मौजूद है, तो ज्योतिष की सलाह से आप चांदी का छल्ला धारण कर सकते हैं।
2. चांदी का छल्ला अंगूठे में पहनने से विभिन्न ग्रह दोष शांत होता है। आपको बता दें कि चांदी चंद्रमा का प्रतीक है। जिसके कारण चांदी के धारण करने से मन-मस्तिष्क शांत रहता है। और किसी भी कार्य में एकाग्रता बनी रहती है।
3. चांदी का छल्ला पहनने से सूर्य और राहु के प्रकोप भी खत्म होते हैं। यह धातु उन ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा को मिटाकर सकारात्मकता का प्रवाह करते हैं। फल स्वरुप व्यक्ति का समाज में मान सम्मान बढ़ता है। और नौकरी में उच्च पद की प्राप्ति होती है।
4.चांदी का छल्ला लड़कों को दाएं हाथ की उंगली में तथा लड़कियों को बाएं हाथ में पहनना शुभ माना जाता है। आप सहूलियत अनुसार चांदी की जगह प्लैटिनम का छल्ला भी पहन सकते हैं। यह भी उतना हीं कारगर होता है।
5. ज्योतिषाचार्य का मानना है कि अंगूठे में चांदी का छल्ला पहनने से शनि के दुष्परिणामों से बचा जा सकता है। शनि द्वारा उत्पन्न होने वाली पीड़ा एवं रोगों से छुटकारा दिलाने में यह उपकारी होता है। इससे राहु के दुष्प्रभाव भी मंद पड़ जाते हैं।
6. उंगलियों में अंगूठा शुक्र से संबंधित होता है। यही कारण है कि अगर शुक्र की स्थिति आपके हाथों की लकीरों में ठीक नहीं है, तो ऐसे में चांदी का छल्ला पहनना शुभ होगा। इससे व्यक्ति पर सकारात्मक प्रभाव पढ़ते हैं। और लोगों का आकर्षण आपकी और बढ़ जाता है।
7. चांदी का छल्ला इतना असरदार होता है कि व्यक्ति को रंक से राजा की उपाधि भी दिला सकता है। ऐसे व्यक्ति कलाकार बनकर खूब नाम कमाते हैं। और लोगों की नजर में अत्यंत प्रभावशाली सिद्ध होते हैं।
8. बुध ग्रह को शुभ बनाने के लिए चांदी का छल्ला पहनना आवश्यक होता है। क्योंकि बुध ग्रह शुक्र के परम मित्र हैं। यदि शुक्र की स्थिति अच्छी रहेगी तो बुध भी बेहतर होंगे। इस प्रकार चांदी का छल्ला व्यक्ति को लाभ प्रदान कराता है। इसके धारण करने से व्यक्ति शिक्षा, टेक्नोलॉजी और खोज संबंधित क्षेत्रों में सफलता हासिल कर सकता है।
9. जिस व्यक्ति की विवाह में दिक्कतें आ रही हों, उनके द्वारा चांदी का छल्ला धारण करने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है। और विवाह के योग बनने लगते हैं।
10. सोमवार के दिन चांदी का छल्ला धारण करना चाहिए। इसके अलावा अंगूठी पहनने से पहले उसे गंगाजल एवं दूध मिश्रित जल में डाल दे और शुक्र ग्रह के मंत्रों का उच्चारण करते हुए उसे भगवान के समक्ष रख दें। इसके बाद आप अंगूठे में इसे धारण कर सकते हैं। कोशिश करें कि एक बार पहन लेने के बाद इसे ना उतारे।
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